ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस द्वारा पिछले दिनों किया गया शूटआउट विवादों में उलझ गया है। पुलिस ने 2 बदमाशों को दहशतगर्द और एएसआई के हत्यारे बताते हुए शूटआउट में मारा जाना बताया है, जबकि मृतक के परिजनों का कहना है कि मृतक सामान्य जीवन बिता रहा था एवं शूटआउट से पहले तक वो रिक्शा चला रहा था। पुलिस ने उसे रास्ते से पकड़ा और एनकाउंटर कर डाला।
पुलिस द्वारा सागर ताल रोड़ पर विक्की बाल्मीकी और सोनू नट को एक मुठभेड़ में पुलिस पर हमला करने के आरोप में मार गिराया और पिछले दिनों ग्वालियर में हुई संगीन बारदातों के सभी अपराध उन पर रख दिये। उधर विक्की नामक युवक पर हत्या के प्रयास और लूट के 7 प्रकरण ग्वालियर मुरैना में दर्ज होने की बात सामने आई हैं, जबकि सोनू नट पर दो साल पहले कैलारस में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था।
पुलिस इन्हें शातिर बदमाश मान रही है। वहीं सोनू के परिजनों ने पीएम हाउस के बाहर बिलखते हुये, बताया कि आॅटो चलाने वाले सोनू ने घटना के दिन शाम 7:00 बजे तक आॅटो चलाई थी, उसके बाद रात्रि में घर नहीं लौंटा, सुबह अखबारों में पता लगा कि सोनू को पुलिस ने मार गिराया है।
दोनों लाल रंग की पलसर पर सवार बताये गये, 9 एमएम पिस्टल तथा 32 बोर की रिवाॅल्वर पुलिस ने बरामद दिखाई है। 9 एमएम की पिस्टल पिछले दिनों सिपाही विकेष गुर्जर की हत्या के बाद बदमाश छीन ले गये थे, पिछले दिनों बहोड़ापुर थाने के एएसआई आरएस गौतम की हत्या के बाद भी पिस्टल बदमाशों ने लूट ली थी। मृतक के पिता नरेश और बड़े भाई सुनील ने पत्रकारों को बताया कि कई वर्षों से वे ग्वालियर में रह रहे हैं, न तो सोनू का किसी से विवाद हुआ ना ही उस पर कोई मामला दर्ज था। यह मामला अब विवादों में फंस गया है।
तीन माह से 100 गांव के लोग ले रहे केंडिल लाइट डिनर
ग्वालियर। भिंड जिले की अटेर तहसील मुख्यालय सहित आसपास के एक सैकड़ा गांव में बिजली संकट पिछले तीन माह से होने के कारण सैकड़ा से अधिक गांव के लोग मोमबत्ती के उजाले में भोजन लेने को मजबूर हैं। बिजली कंपनी के अधिकारी इस बारे में वरिश्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार बता रहे हैं, क्षेत्र में लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। नींद पूरी न हो पाने से स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।