ग्वालियर। आर्य समाज के वार्शिक उत्सव में नई सड़क पर स्थित आर्य समाज मंदिर में स्वामी शिवानंद ने कहा कि 33 करोड़ देवताओं को मानते हो फिर भी मजारों पर फूल चढ़ाते हो। उन्होंने हिन्दुओं के मजारों पर जाने का कटाक्ष किया तथा देश के लिये बलिदान करने वाले शिवाजी, लक्ष्मीबाई और दुर्गावती की भी पूजा करने की बात कही।
आर्य समाज के संस्थापक दयानंद स्वामी को देवता बताते हुये, उन्होंने कहा कि देश के साथ स्वयं की रक्षा के लिये एक हाथ में शास्त्र और एक हाथ शस्त्र होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी में 80 फीसदी योगदान आर्य समाज का है। इस अवसर पर दिवाकर विद्यालंकार ने यज्ञ कराया व पंडित नरदेव ने समुधर भजनों की प्रस्तुति की।