भोपाल। मध्यप्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा है कि सर्दी के कारण खराब हुईं फसलें भी प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में आतीं हैं और पाला पीड़ित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। श्री कुसमरिया सीहोर जिले के श्यामपुर व आसपास के इलाकों में पाले के कारण नष्ट हुईं फसलों को देखने पहुंचे थे।
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने सीहोर जिले के श्यामपुर दोराहा, खुशामदा बराड़ी, राजगढ़ जिले के जमुनिया गणेश कुरावर, जामुनिया गाँव, माना जामुनिया, जौहर गांधी ग्राम और नरसिंहगढ़ क्षेत्र के किसानों के बीच पहुँचकर पाले से प्रभावित फसल का जायजा लिया।
कृषि मंत्री ने पाले से प्रभावित चना, धनिया, मक्का, गेहूँ और आलू की फसल में हुए नुकसान को देखा। उन्होंने दुख की इस घड़ी में सरकार को किसानों के साथ बताया और कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी किसानों की चिंता से वाकिफ हैं। राज्य शासन ने पाले से होने वाले नुकसान को भी प्राकृतिक आपदा माना है।
डॉ. कुसमरिया ने कृषकों को आश्वस्त किया कि राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों का संयुक्त दल किसानों के खेतों में जाकर सर्वे करेगा। सर्वे में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जायेगा। सर्वे कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। पाले से हुए नुकसान का सही आकलन के कार्य में किसानों के साथ-साथ क्षेत्र के जन-प्रतिनिधि भी सहयोग करेंगे।
डॉ. कुसमरिया ने ग्राम जामुनिया गणेश के किसानों की बिजली समस्या का निराकरण विद्युत विभाग के अधिकारियों को केम्प लगाकर निपटाने के निर्देश दिये। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही हितग्राहीमूलक योजनाओं के संबंध में भी किसानों से चर्चा की। डॉ. कुसमरिया ने किसानों को जैविक खेती करने की सलाह दी।
इस अवसर पर विधायक मोहन शर्मा ने किसानों से कहा कि कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया आपके दुख-दर्द जानने आए हैं। पाले से हुए फसल के नुकसान को उन्होंने खेतों में जाकर स्वयं देखा है। आपको शासन द्वारा हर-संभव मदद दी जायेगी। कृषि मंत्री के दौरे में बड़ी संख्या में कृषक मौजूद थे।