Small Business Ideas - गोबर से लाखों की कमाई वाला प्लांट, बिना गारंटी लोन और सरकारी सब्सिडी

गाय के गोबर से कई प्रकार से कमाई की जा सकती है। गाय के गोबर के कंडे एक पारंपरिक प्रोडक्ट है। इसके अलावा गोबर की लकड़ी से लेकर बायोगैस तक काफी कुछ बनता है लेकिन अपन एक ऐसे प्रोडक्ट की बात कर रहे हैं जिसमें सबसे ज्यादा कमाई है। इसकी ट्रेनिंग मात्र 7 दिनों में पूरी हो जाती है और सरकार की तरफ से ना केवल बिना गारंटी का बिजनेस लोन मिलता है बल्कि सब्सिडी मिलती है। 

Low investment high profit startup business ideas

Cow Dung Paint and Putty Plant आज की स्थिति में सबसे मुनाफे वाला बिजनेस है। इस प्लांट को लगाने के लिए कुल 15 लाख रुपए के कैपिटल इन्वेस्टमेंट की जरूरत होती है, लेकिन सारा पैसा आपको अपने घर से लगाने की जरूरत नहीं है। MSME को सरकार की तरफ से अपनी गारंटी पर लोन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा सब्सिडी भी दी जाती है। इस प्लांट को खादी ग्राम उद्योग विभाग द्वारा प्रमुखता से लोन उपलब्ध कराया जाता है। आप किसी भी ऐसे ग्रामीण क्षेत्र में प्लांट लगा सकते हैं जहां ट्रांसपोर्टेशन आसान हो। ग्रामीण क्षेत्र में कर्मचारी और मजदूर आसानी से मिल जाते हैं और इसके कारण सरकार की तरफ से सपोर्ट भी मिलता है। 

Cow Dung Paint and Putty कौन खरीदेगा

भारत में गाय को पूज्य माना जाता है। मान्यता है कि माता लक्ष्मी उस घर में स्थाई रूप से निवास करती है जहां गाय के गोबर से पुताई की गई हो। इसके अलावा गाय के गोबर का पेंट इको फ्रेंडली होता है। इसके कारण घर में सांप-बिच्छू नहीं आते, फफूंद एवं वायरस से बचाव होता है। Cow Dung Paint and Putty Plant में डिस्टेंपर और प्लास्टिक एमल्शन पेंट बनता है। यह बाजार में उपलब्ध दूसरे पेंट की तरह होता है, लेकिन कीमत काफी कम होती है। सबसे खास बात यह है कि, खादी ग्राम उद्योग द्वारा प्रमोट किया जाता है इसलिए सरकारी सप्लाई में इसे प्राथमिकता दी जाती है। यानी जितने भी सरकारी भवन है, उनकी पुताई में गोबर के पेंट का उपयोग अनिवार्य किया जा सकता है। 

Cow Dung Paint and Putty Plant में कितना फायदा होता है

सटीक आंकड़े तो उत्पादन और बिक्री के आधार पर निर्भर करते हैं परंतु राजस्थान और मध्य प्रदेश में जो प्लांट लगे हुए हैं, उनके मालिकों का कहना है कि कम से कम ₹6 लाख साल का नेट प्रॉफिट बन जाता है। धीरे-धीरे बाजार में डिमांड बढ़ती जा रही है। पहले लोग केवल अनुपयोगी दीवारों पर सस्ते पेंट के विकल्प के तौर पर गाय के गोबर का पेंट उपयोग कर रहे थे परंतु अब घर की भीतरी दीवारों पर भी करने लगे हैं। बिहार की MSME दुर्गा का कहना है कि उनके पास ऑर्डर इतने ज्यादा हो गए हैं कि अब उन्हें दूसरा प्लांट लगाना है। 

Cow Dung Paint and Putty Plant की ट्रेनिंग कहां से मिलेगी

कृपया अपने नजदीकी खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग से संपर्क करें। यदि संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है तो खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग जयपुर राजस्थान की यूनिट कुमारप्पा नेशनल हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट से संपर्क करें। यहां मात्र 7 दिन के कोर्स में पूरी जानकारी दे दी जाती है। सर्टिफिकेट मिलने पर सरकारी योजनाओं के तहत बिना गारंटी वाला लोन आसानी से मिल जाता है और सब्सिडी का लाभ मिलने के अलावा सरकारी भवनों की पुताई के समय सप्लाई का काम भी मिल जाता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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