इंदौर। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन के लिए मध्यप्रदेश ने पहला और प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के क्रियान्वयन के लिए तीसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, सफाई में देश में नंबर -1 इंदौर को योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार दिया गया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, प्रमुख सचिव अनुपम राजन और इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव को दिल्ली में पुरस्कार से नवाजा। इस दौरान उन्होंने इंदौर की सराहना भी की।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह 2 से 8 दिसंबर 2019 को मनाया गया था। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में प्रदेश अब तक कुल 14 लाख 55 हजार 501 हितग्राहियों को पंजीकृत किया गया है। लगभग 13 लाख 40 हजार 224 हितग्राहियों को पहली किश्त, 12 लाख 60 हजार 304 को दूसरी और 8 लाख 80 हजार 517 हितग्राहियों को तीसरी किश्त भुगतान की गई है। मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य कार्य करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिये आर्थिक क्षतिपूर्ति के रूप में प्रोत्साहन राशि देना और उनके उचित आराम और पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
प्रोत्साहन राशि का भुगतान हितग्राही के आधार से जुड़े बैंक खाते अथवा डाकघर खाते में सीधे जमा की जाती है। पात्र हितग्राही महिला को गर्भावस्था का पंजीयन शीघ्र कराने पर एक हजार रुपए पहली किश्त, कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (गर्भावस्था के 6 माह बाद) के बाद द्वितीय किश्त 2 हजार रुपए तथा बच्चे के जन्म का पंजीकरण और उसके प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर 2 हजार रुपए की तीसरी किश्त देय होती है।