
यह मामला विधायक कमलेश्वर पटेल द्वारा सीधी और सिंगरौली जिले में आदिवासी इलाकों में डॉक्टरों की कमी के मद्देनजर उठाया गया था। पटेल ने पूछा कि डाक्टरों की कमी सरकार कब पूरी करेगी। इधर इन दिनों संविदा कर्मी भी हड़ताल पर हैं। सरकार ध्यान नहीं दे रही। इसके बाद कुछ देर तक नरोत्तम मिश्रा व शरद जैन में से किसी ने जवाब नहीं दिया। दोनों जवाब देने के लिए एक दूसरे की ओर देखते रहे। इसके बाद राज्य मंत्री जैन उठे और कहा कि एक बार फिर सवाल बताएं। पटेल ने सवाल दोहराया तो मंत्री ने कहा कि सवाल में संविदा कर्मियों का तो जिक्र ही नहीं है। इस पर विधायक निशंक जैन ने कहा कि मंत्री पूरे प्रदेश की बात करें और जानकारी दें। इस बीच मुकेश नायक ने कहा कि मंत्री जी सो रहे हैं। यह गैरजिम्मेदाराना है।
इस पर मंत्री जैन ने कहा कि नायक जी हम जानते हैं कि आप ज्ञानवान हैं पर हमें शिक्षा न दें। यह सुनकर विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि आप सीधे जवाब दें कि डाक्टरों की कमी कब तक पूरी हो जाएगी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 875 डाक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके पद जल्द भरे जाएंगे। इस पर विधायकों ने कहा कि यह तो साल भर से सुनते आ रहे हैं। सरकार इसकी समय सीमा बताए। सदस्यों ने कहा कि हर बार यही जानकारी देते हैं। कब तक भर्ती करेंगे यह तो बताएं।