
उनकी गिरफ़्तारी की ख़बर मिलने के साथ ही उनके गृह ज़िले नासिक में उनके समर्थकों ने हाइवे जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो चुका है। इसके बाद एनसीपी के नेता और राज्य विधान परिषद में विपक्षी दल के नेता धनंजय मुंडे के घर पर पार्टी के बड़े नेताओं ने आपात बैठक की है। प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ़्तारी से पहले उनसे क़रीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। घोटाले के वक्त भुजबल महाराष्ट्र सरकार में लोकनिर्माण विभाग के मंत्री थे। एनसीपी ने छगन भुजबल की गिरफ़्तारी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिशोध की राजनीति क़रार दिया है।
छगन भुजबल दिन में ईडी के दफ़्तर पहुंचे थे और लंबी पूछताछ के बाद नाटकीय तरीक़े से देर रात उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। उन पर यह आरोप है कि उन्होंने दिल्ली में महाराष्ट्र सदन के निर्माण में करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है, उसका ठेका अपने ख़ास लोगों को दिया। उन पर ये भी आरोप है कि उन्होंने अपने परिवार वालों की कंपनियों को या उनके नाम पर फर्ज़ी कंपनियां बनाकर निर्माण का ठेका दिया।