इंदौर। रक्षाबंधन के अवसर पर सरकार ने टॉयलेट या बीमा गिफ्ट करने की अपील की है परंतु यहां एक बहन ने अपने भाई को किडनी गिफ्ट कर दी। ऑपरेशन के बाद दोनों की हालत सामान्य है। जल्दी ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
खंडवा निवासी मुकेश राठौर (39) की किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। जनवरी 2012 से वे डायलिसीस पर थे। डॉक्टरों ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी, लेकिन सवाल यह था कि किडनी दान करेगा कौन? ऐसे में मुकेश की बहन पुष्पा राठौर (52) भाई की जान बचाने के लिए आगे आईं। भाई-बहन का ब्लड ग्रुप बी पॉजीटीव है। डॉक्टरों ने उनकी अन्य जांचें कराई तो पाया कि बहन की किडनी भाई को आसानी से ट्रांसप्लांट की जा सकती है।
रक्षाबंधन के तीन दिन पहले 26 अगस्त को डॉक्टरों ने इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में यह ट्रांसप्लांट ऑपरेशन किया। ऑपरेशन करने वाली टीम में नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ.राजेश भराणी, डॉ.विशेष अग्रवाल, डॉ.प्रतीक आहुजा, डॉ.अनिमेष दम्मानी शामिल थे। डॉ.भराणी ने बताया कि ट्रांसप्लांट के बाद भाई-बहन की हालत सामान्य है। एक सप्ताह बाद दोनों की अस्पताल से छुट्टी हो जाएगी