भोपाल। खनन कारोबारी सुधीर शर्मा के राजदार रहे निलंबित हवलदार रामशेष शर्मा ने जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। उसकी गिरफ्तारी पर एसटीएफ की तरफ से तीन हजार रूपए का इनाम भी घोषित था। व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा घोटाले में रामशेष एक बड़ा राजदार है। उसके तार खनन कारोबारी से जुड़े हुए है। वह उनका रिश्तेदार भी बताया जाता है।
स्पेशल टास्क फोर्स ने रामशेष से उसके बेटे और अन्य अभ्यर्थियों के संबंध में पूछताछ का हवाला देकर रिमाण्ड पर सौंपे जाने की मांग की। इससे पहले रामशेष गुपचुप तरीके से अदालत पहुंचा था। यहां उसने सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में आत्मसमर्पण किया।
तब तक एसटीएफ के अफसर और कर्मचारी आत्मसमर्पण की खबर से अनजान थे। रामशेष लंबे अरसे से गायब है। उसे दबोचने के लिए एसटीएफ की टीम दबिश दे रही थी। एसटीएफ का कहना है कि रामशेष 32 वीं वाहिनी उज्जैन में पदस्थ था। उसने बेटे का प्रवेश कराया था। एसटीएफ बेटे को गिरफ्तार कर चुकी है जो जमानत पर है।