अनूपपुर। सर्वशिक्षा अभियान के तहत छात्रावासों में सहायक छात्रावास अधीक्षिका भर्ती के लिये 17 जुलाई को विज्ञापन प्रकाशित कराये गये थें जिसके बाद 8 अगस्त को परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षार्थियों को उनके परिणाम की जानकारी अब तक नहीं हुई उल्टे जिन्होंने भी आवेदन और लिखित परीक्षा में सम्मलित हुये थे उन सभी को साक्षात्कार के लिये 6 सितम्बर को बुला लिया गया।
पूरे मामले की जानकारी मीडिया को लगते ही मीडिया कर्मी डीपीसी कार्यालय पहुंचे जहां स्थिति को कलेक्टर अनूपपुर से अवगत कराया गया और साक्षात्कार अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया।
जिले के छात्रावासों में रिक्त पड़े सहायक अधीक्षिका के पद को भरने के लिये जुलाई माह में विज्ञापन प्रकाशित कराये गये थें जिसके बाद लगभग २९ अभ्यर्थियों ने आवेदन दियें। ८ अगस्त को लिखित परीक्षा ली गई। आवेदन तथा परीक्षा देने वाले समस्त परीक्षार्थियों को साक्षात्कार के लिये बुलाया गया। जब कि परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम की जानकारी ही नहीं थी। न तो अंकसूची मिली और न ही पास-फेल होने की सूचना बावजूद इसके सभी को साक्षात्कार के लिये बुलाया गया।
यह है मामला
6 सितम्बर को सर्वशिक्षा अभियान के जिला कार्यालय में छात्रावास सहायक अधीक्षिका के लिये साक्षात्कार रखा गया था जबकि परीक्षार्थियों ने आरोप लगाये कि भर्ती के लिये सिर्फ परीक्षा में उत्तीर्ण होना तथा मैरिट के आधार पर ही नियुक्ति की जानी थी। किन्तु इन सभी नियमों के परें मोबाइल फोन पर ही साक्षात्कार के लिये बुला लिया गया। न तो अंकसूची भेजी गई और न ही किसी तरह का पत्र व्यवहार किया गया। चार पदों के लिये २९ उम्मीदवार महिलाओं को बुला लिया गया।
नियमों को रखा ताक पर
राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन करते हुये पहले परिणाम की जानकारी ही नहीं दी गई और उसके बाद बगैर पास फेल के साक्षात्कार के लिये बुलावा इतना ही नहीं सर्वाेच्च स्थान किसने हासिल किया तथा साक्षात्कार में अंक देने की प्रक्रिया क्या होगी इस बारे में भी कोई ठोस दिशा निर्देश न होने के बाद भी साक्षात्कार लें चहेतों को उपकृत करने के लिये नियमों की तिलांजलि दी जा रही थी।
परेशान रही महिलाएं
विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद से लेकर साक्षात्कार तक महिलाओं को परेशानियों का ही सामना करना पड़ा है। ८ अगस्त को हुई परीक्षा में एैन मौके पर ही परीक्षा केन्द्र बदल दिया गया था। पहले यह परीक्षा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में होनी थी बाद में विवेकानंद वाचनालय में सम्पन्न कराई गई। इसी तरह ६ सितम्बर को भी साक्षात्कार के लिये आई महिलाओं के समक्ष नोटिस चस्पा कर दी गई थी। अब यह साक्षात्कार आगामी आदेश तक स्थगित किया जाता है।
दो का नाम रहा सर्वोपरी
पूरी भर्ती प्रक्रिया शुरू से ही संदिग्ध रही है विज्ञापन के प्रकाशन से लेकर परीक्षा और उसके बाद साक्षात्कार में की गई हीला-हवाली ने गड़बडिय़ों को उजागर कर दिया। पूरी प्रक्रिया में दो अभ्यर्थियों के चयन की बात पूर्व से ही कही जा रही थी ये दोनों सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी के करीबी रिश्तेदार बतलाई जा रही है।
अब क्या होगा
कलेक्टर तथा सीईओ जिला पंचायत के हस्ताक्षेप के बाद परीक्षा में सम्मिलित हुई परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम प्रकाशित कराये जायेगें तथा साक्षात्कार में आने वाली महिलाओं के प्राप्तांक, उनकी डिग्रियों की जांच तथा कौशल का परीक्षण किया जायेगा तथा साक्षात्कार के पश्चात चयनित होने वाले अभ्यर्थियों की सूची भी प्रकाशित कराई जायेगी।
इनका कहना है
आप के ही पत्रकार बंधु आये थें कलेक्टर से शिकायत की जिसके बाद साहब का आदेश हुआ कि साक्षात्कार को स्थगित कर दें और मैनें कर दिया चूकि नगरपालिका क्षेत्र में आचार संहिता लगी हुई है।
रावेन्द्र मिश्रा
जिला परियोजना अधिकारी,
सर्वशिक्षा अभियान
भती प्रक्रिया को नियमों के अनुरूप ही सम्पन्न कराया जायेगा।
नंद कुमारम्
कलेक्टर, अनूपपुर