
इंटरसिटी में मौजूदा बदलाव भी 30 जनवरी तक के लिए ही है। इसके बाद यह भोपाल तक जाएगी या वर्तमान की तरह गुना से ग्वालियर के बीच ही चलेगी, यह तय नहीं है। यह ट्रेन बीना में हॉल्ट करेगी और वहां से चलकर शाम को 7.30 बजे गुना आएगी। जबकि गुना-बीना-गुना पैसेंजर को अब उसके पूर्व निर्धारित समय पर ही चलाया जाएगा। यानि गुना और बीना के बीच यह पूर्व की तरह दो फेरे लेती रहेगी।
कई स्तरों पर दबाव भी था
इन ट्रेनों को चलाने के लिए कई स्तरों पर दबाव बनाया जा रहा था। यात्री सेवा संगठन के सुनील आचार्य ने कहा कि हमने रेलवे के अाला अधिकारियों के साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी कई पत्र लिखे। वहीं रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य अनुराग शर्मा का कहना है कि शिवपुरी, काेलारस, अशोकनगर जिलों के यात्रियों की समस्या को लेकर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को हमारी ओर से बार-बार मांग पत्र भेजे जा रहे थे।
चिंता अभी भी बरकरार
ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। तीन जिलों के यात्रियों के लिए सीधे भोपाल जाने वाली यह एकमात्र एक्सप्रेस ट्रेन है। इसके बावजूद रेलवे हजारोें यात्रियों की लगातार अनदेखी कर रहा है।