
सूत्रों के मुताबिक राय को पिछले दिनों आयकर अपीलीय अधिकरण जयपुर में पदस्थ किया गया है। उनका निलंबन समाप्त किए बिना अटैचमेंट के आदेश जारी किए गए हैं। अभी तक श्रीमती राय को बिना काम सरकार आधा वेतन दे रही थी। बैठे बिठाए आधी तनख्वाह दिए जाने के स्थान पर नियमों का हवाला लेते हुए उनसे काम लेने के आदेश जारी किए गए।
गौरतलब है कि पूनम राय को 28 मार्च 2014 को सीबीआई ने 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उनके अलावा उनके पति और भाजपा नेता गणेश मालवीय सहित चार आरोपियों को पकड़ा गया था। यह गिरफ्तारी तत्कालीन बीजेपी नेता राजेश सिंह भदौरिया की शिकायत पर हुई थी जिनका प्रकरण पूनम राय के पास लंबित था।
भदौरिया बिल्डर हैं और दो करोड़ रुपए की आय को लेकर राय ने पेनाल्टी की चेतावनी दी थी। आरोप है कि भदौरिया ने मालवीय के माध्यम से आयकर प्रकरण का निराकरण कराने की कोशिश की तो 25 लाख रुपए की रिश्वत की मांग से बातचीत शुरू हुई। बात 10 लाख पर तय हुई लेकिन भदौरिया ने सीबीआई को शिकायत कर दी, जिसके बाद इस मामले से जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया गया।