नईदिल्ली। भारतीय पिता और जापानी मां की जापानी बेटी मिस यूनीवर्स जापान चुनी गई है, लेकिन इसे लेकर काफी विवाद हुआ। जापानियों ने उसे 'आधा' कहकर पुकारा। उसे नस्लभेदी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा लेकिन अंतत: वो जीत गई। उसका नाम प्रियंका योशीकावा है। वह पहली अश्वेत महिला है जिसे यह ताज मिला। प्रियंका हाथियों को प्रशिक्षण देती है।
घटनाक्रम के बाद सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड करने लगा कि मिस यूनीवर्स जापान को पूरी तरह से जापानी होना चाहिए न कि ‘आधा’। इस शब्द का इस्तेमल मिश्रित नस्ल को लेकर किया जाता है। योशीकावा ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘अरियाना से पहले मिश्रित नस्ल की लड़कियां जापान का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती थी।’’ बॉलीवुड अदाकारा की तरह दिखने को लेकर उन्हें इस खिताब को जीतने में मदद मिली। उनका जन्म तोक्यो में हुआ था। उनके पिता भारतीय हैं जबकि मां जापानी हैं। उन्होंने जापान में नस्ली पूर्वाग्रह के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जापानी हैं। हां, मैं आधी भारतीय हूं और लोग मुझसे मेरी नस्ली शुद्धता के बारे में पूछते हैं…हां, मेरे पिता भारतीय हैं और मुझे इस पर गर्व है, मुझे गर्व है कि मेरे अंदर भारतीयता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जापानी नहीं हूं।’’ धाराप्रवाह जापानी और अंग्रेजी बोलने वाली 22 साल की योशीकावाने वाशिंगटन में होने वाले मिस वर्ल्ड खिताब के लिए जाएंगी।