
यह है पूरा मामला
एसपी अंशुमान सिंह के अनुसार मुख्य आरोपी संतोष विश्वकर्मा सागर का रहने वाला है। वह अपने भतीजे निहाल के साथ भाई ओमप्रकाश का बिल ठीक कराने बुधवार दोपहर चांदबड़ स्थित बिजली दफ्तर पहुंचा था। जैसा कि अक्सर होता है। मौजूद कर्मचारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। अत: विवाद बढ़ गया। तिलमिलाए संतोष विश्वकर्मा ने विवाद शुरू कर दिया। इसी दौरान जेई कमलाकर बराठे अपने केबिन से बाहर निकलकर आए और संतोष विश्वकर्मा को अपने साथ अपने केबिन में ले गए।
केबिन के अंदर अचानक हाथापाई की आवाजें आने लगीं। आरोपी संतोष और जेई बराठे आपस में उलझे हुए थे। लोगों ने दोनों को अलग कराया। इस मारपीट के बाद बराठे को उल्टियां शुरू हो गईं। तत्काल एंबुलेंस बुलाकर उन्हें निकटतम शाकिर अली अस्पताल भेजा गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें हमीदिया रेफर कर दिया, इस दौरान रास्ते में उनकी मौत हो गई।