पढ़िए क्यों दैनिक वेतनभोगियों को नियमित नहीं किया जाता

मध्‍य प्रदेश शासन आज वर्तमान में सभी वि‍भागों में कर्मचारीयों की आवश्‍यकता की जानकारी लेकर कर्मचारीयों की पूर्ति करने हेतु पद नि‍काल रही है, परन्‍तु मध्‍यप्रदेश शासन सभी वि‍भागों से यह जानकारी नहीं ली जाती है की, वि‍भागों में कि‍तने वर्षो से दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारी कार्य कर रहे है, ताकी उन्‍हें नि‍यमि‍ति‍करण कि‍या जा सकें।

क्‍योंकि‍ मध्‍य प्रदेश शासन एवं वि‍भाग के आलाधि‍कारी नहीं चाहते है कि‍, दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारीयों को नि‍यमि‍ति‍करण कि‍या जाये, यदि‍ मध्‍यप्रदेश के दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचा​रियों को नि‍यमिति‍करण कि‍या जाता है तो मध्‍यप्रदेश शासन जो वर्तमान में व्‍यापमं के माध्‍यम से भर्ती की जा रही हैं, जि‍समें मध्‍यप्रदेश के अधिकारियों और नेताओं को करोड रूपये का होने वाला फायदा का नुकसान हो जायेगा। इसलि‍ये मध्‍य प्रदेश शासन एवं आलाधि‍कारी नहीं चाहते है कि‍ वि‍भागों में कार्यरत दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारी नि‍यमि‍ति‍करण हो।

मध्‍यप्रदेश शासन के मुखि‍या यदि‍ जमि‍नी स्‍तर पर खगोल कर देखे तो उन्‍हें मालूम होगा की सबसे सबसे अधि‍क मेहनत ईमानतरी से कार्य करने वाले दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारी है जो 05 से 40 वर्ष हो चुके है। जि‍न्‍हें वि‍भागो में सेवा देते देते परन्‍तु आज तक मध्‍य प्रदेश शासन के मुखि‍या ने उनकी तरफ झाककर तक नहीं देखा गया है, जैसे की वि‍भागों में ओनलाईन एवं ऑफ लाईन साफटवेयरो का संचालन कि‍या जा रहा है जि‍से वि‍भाग के आलाधि‍कारी एवं कर्मचारीयों के द्वारा उन साफ्टवेयरों का संचालन नहीं कि‍या जाता है। वि‍भाग के चल रहे साफ्टवेयरों का कार्य दैनि‍क मजदूर कम्‍प्‍यूटर आपरेटरों कम्‍प्‍यूटर प्रोग्रामर के द्वारा ओनलाईन एवं आफलाईन साफटवेयरों का संचालन कार्य एवं लि‍पि‍क का कार्य कि‍या जाता है, परन्‍तु वर्तमान में वि‍भाग में कार्यरत कम्‍प्‍यूटर आपरेटरों की स्‍थि‍ति‍ एक दैनि‍क मजदूर से भी बत्‍तर है।

जि‍नकी सेलरी कही 3500 है तो कही 16400 रूपये है, जबकी वि‍भाग में चलाये जा रहे सभी सफटवेयरों का संचालन कार्य एक जैसा ही होता है जि‍सका कार्य सभी आपरेटरो के द्वारा कि‍या जाता है, कम्‍प्‍यूटर आपरेटर एवं कम्‍प्‍यूटर प्रोग्रमर एक टेकि‍नीशि‍यन की श्रेणी में आता है जो की वर्तमान में राजपत्र में दि‍या गया वेतन 10035 रूपये है परन्‍तु वि‍भागों के आलाधि‍कारी उक्‍त राजपत्र का आदेश को नहीं मानता वि‍भाग अपने स्‍वयं की दर र्नि‍धारण करता है
हम समस्‍त दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारी मध्‍य प्रदेश शासन के मुखि‍या से बार बार नि‍वेदन करते है कि‍ हमे नि‍यमि‍ति‍करण कि‍या जावे ताकी हम अपने परि‍वार का पालन पोषण एवं बच्‍चो को अच्‍छी शि‍क्षा दे सकते मध्‍य प्रदेश शासन के मुखि‍या एक मजदूर की मजदूरी बढा दी जाती है, वि‍भागो में कार्यरत अधि‍कारी कर्मचारीयों की वेतन भी बढ जाती, उन्‍हें कई योजनों से लाभांवि‍त कि‍या जाता है परन्‍तु हम दैनि‍क मजदूर एवं दैनि‍क वेतन भोगी कर्मचारीयों को कुछ नहीं दि‍या जा रहा है।

  • एक दैनिक वेतन भागी


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