भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की अजेय सीट छिंदवाड़ा में 28 मार्च को नरेन्द्र मोदी आने वाले हैं। राजनीति के पंडित छिंदवाड़ा में मोदी के भाषण के एक एक शब्द की समीक्षा करेंगे। इसके पीछे एक मजबूत कारण उपलब्ध है।
कुछ पुराने पत्रकारों ने रिकार्ड ओपन किया है कि छिंदवाड़ा में हमेशा से चुनाव फिक्स होते आए हैं और वो भी हाईलेवल पर। भाजपा के दिग्गज नेता चुनावी सभाओं में किस तरह कमलनाथ का समर्थन करते हैं इसकी एक बानगी देखिए:—
- 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी आए, उन्होंने जवाहर लाल नेहरू से लेकर सोनिया गांधी पर तीखे हमले किए और अंत में कमलनाथ को अच्छा नेता और व्यावहारकुशल व्यक्ति बताते हुए भाषण समाप्त किया।
- 2009 में आडवाणी जी सुराज यात्रा पर आए, उन्होंने कांग्रेस को खरी-खरी सुनाई, लेकिन वे भी छिंदवाड़ा के विकास की तारीफ किए बिना नहीं रहे।
- 2013 के विधानसभा चुनावों में राजनाथ सिंह हैलीकाप्टर से उतरे, कांग्रेस पर जमकर बरसे लेकिन कमलनाथ का नाम लेने में उन्होंने भी परहेज किया।
अब 28 मार्च को मोदी आ रहे हैं, देखना रोचक होगा कि पीएम पोस्ट के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी छिंदवाड़ा में सीधे कमलनाथ पर हमला करने की हिम्मत जुटा पाते हैं या मिशन 272 भूल यह सीट कांग्रेस को गिफ्ट कर जाएंगे। आपको याद दिला दें गुजरात और छिंदवाड़ा के बीच एक मजबूत रिश्ता है और वो है 'अदानी ग्रुप' जिसने गुजरात विकसित किया और जो छिंदवाड़ा में भी है।