तामिया/छिंदवाडा। जिले में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बीते पखवाडे तीन वर्ष से अधिक जमे विभिन्न विभाग के छ्ह अधिकारियो जिले के बाहर को स्थानातंरित किया गया| वहीं तामिया में चुनाव आयोग की मेहरबानी कहे या आला अधिकारियो से सेटींग के चलते तामिया में कई वर्षो से जमे अधिकारी गुमठी मार कर बैठे हुये है|
जिन पर अभी तक आयोग की नजर नही पडी है | चुनाव आयोग की निष्पक्ष .मतदान व्यवस्था की मंशा पर कुंड्ली मार कर बैठे अधिकारी कर्मचारी पानी फेर सकते है |
ये जमे है वर्षो से
पश्चिमी वनमडल सामान्य छिंदवाडा के उप वनमडंल के अनुविभागीय अधिकारी जयंत कुमार पारवेकर कई वर्ष से पदस्थ है | तामिया में पदस्थापना से पूर्व लघुवनोपज संघ में उप प्रबंध संचालक रहे श्री पार्वेकर एमपीसीए कपूरनाला वन परिक्षेत्र देलाखारी फर्जीवाडे मामले में लीपापोती करने को लेकर चर्चा में रहे है| हमेशा मलाईदार पदस्थापना की जुगाड में माहिर एसडीओ जे.के.पारवेकर के अधीनस्थ तामिया उपवनमंडल के चारो परिक्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी आते है, जिनकी संख्या सैकडौ में है ऐसे में लम्बे समय से पदस्थ अधिकारी के स्थानीय संबंधो से किसी भी राजनैतिक दल को सीधा लाभ पहुचाया जा सकता है |
इसी तरह बिना अधिकारी के चल रहे कृषि एव किसान कल्याण विभाग तामिया कार्यालय में ऐसे अधिकारी कर्मचारियो की अधिक संख्या है जो नौकरी लगने के समय से ही तामिया मुख्यालय में पदस्थ है जिनका हजारो किसानो से सीधा सम्पर्क है और राजनैतिक दलो के नेताओ से जुडे हुये है और उन्हे लाभ पहुंचाते हुये निष्पक्ष मतदान को प्रभावित कर सकते है|
वर्तमान में तामिया वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी का प्रभार ग्राम सेवक और देलाखारी के एसपी तिवारी को दिया गया है श्री तिवारी बीस वर्षो से तामिया में पदस्थ है वही झिरपा क्षेत्र में पद्स्थ रहे ग्राम सेवक दिलीप बिलासपुरिया तामिया में पले बढे और नौकरी लगने से लेकर अभी तक तामिया में जमे है | बिलासपुरिया जैसे और भी अन्य आरएओ श्री कुमरे ,श्री मरकाम सालो से एक ही जगह रहकर नौकरी कर रहे है |
एकीकृत महिला एंव बालविकास विभाग के परियोजना अधिकारी प्रेमनारायण गढेवाल कई सालोसे तामिया में पदस्थ है उनकी कार्यप[रणाली को लेकर पूर्व में शिकायते भी हुई है |लेकिन ऊंची पहुंच के चलते वह सालोसे आईसीडीएस के पी.ओ बने हुये है सहायक सांखिकीअधिकारी से पीओ बने श्री गढेवाल के अधिनस्थ तामिया विकासखंड की लगभग 200 आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाये कार्यरत है जिन पर श्री गढेवाल का सीधा प्रभाव है|
इसी तरह शिक्षा विभाग में कई सालो से अधिक जमे शिक्षक है जो स्थानीय और राजनैतिक सम्बंधो में लिप्त है| जल संसाधन विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी जो सेवानिवृत्ति के कगार पर है , सालो से जमे है | इन अधिकारियो कर्मचारियो के लम्बी अवधि से जमे रहने से राजनैतिक दलो के स्थानीय नेताओ से सम्बंध जो किसी भी दल से के हो के चलते इसका फायदा राजनैतिक दलो को मिलता है वही इन शासकीय सेवको द्वारा अपनी मर्यादा भूल कर स्वार्थ के लिये राजनैतिक गठजोड कर विभिन्न शासकीय योजनाओ, मशीनरी का दुरूपयोग कर स्वच्छ निर्वाचन की प्रक्रिया को प्रभावितकर चुनाव आयोग की सीमा लांघते है |
इनका कहना है –
“सभी विभागो को आयोग को इस संबंध में जानकारी भेजना थी अभी तक तामिया से तीन साल से अधिक पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियो की कोई जानकारी हमारे पास नही आई है | ”
के.सी.बोपचे
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व
जुन्नारदेव