पांच राज्यों के चुनाव परिणाम से देश की पाॅलिटिकल केमिस्ट्री का नया अध्याय शुरू होगा

रघुनंदन शर्मा। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम के साथ 8 दिसम्बर को जनता कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना का संकेत देगी। विधानसभा चुनाव परिणाम से भारतीय जनता पार्टी की स्वीकार्यता के बढ़ते ग्राफ से आने वाले 2014 के लोकसभा चुनाव की दिशा आम जनता बता देगी।

मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली में भगवा परचम फहरायेगा और देश में नरेन्द्र मोदी के प्रति बढ़ती जनउत्सुकता, उनकी स्वीकार्यता का पता चल जायेगा। विधानसभा चुनाव परिणाम जनता के मूड को प्रतिविंबित करेंगे। देश में बढ़ती महंगाई, पसरता भ्रष्टाचार, सीमाओं पर असुरक्षा का वातावरण देश के स्वाभिमान पर हो रही चोट ने जन-जन की भावनाओं को आहत किया है। बरबस जनता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कांग्रेस के विसर्जन के पैगाम को मूर्त रूप देना चाहती है।

पिछले 66 वर्षों में आजादी के बाद गलत नीतियां परोसकर किसी सरकार ने जनता के विश्वास को खंडित किया है। गत 9 वर्षों में कांग्रेसनीत यूपीए सरकार ने आम आदमी का मनोबल तोड़ दिया है। चलाचली की बेला में भी कांग्रेस हर रोज ऐसा फैसला ले रही है जो महंगाई में तड़का लगा रहा है।

बढ़ते पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों ने आम आदमी की जिन्दगी को तबाह कर दिया है। अब जनता भी आने वाले दिनों में कांग्रेस को विसर्जित करने के लिये लोकसभा चुनाव में अंतिम कील ठोकने के लिये व्याकुल है।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की बढ़त के साथ ही देश की पाॅलिटिकल केमिस्ट्री का नया अध्याय शुरू होगा। देश के क्षेत्रीय दल एनडीए के करीब आयेंगे और नरेन्द्र मोदी की स्वीकार्यता बढ़ेगी। यूपीए सरकार का आभा मंडल श्रीहीन हो जाने से डूबते जहाज की तरह लोगों का साथ छोड़ना शुरू हो जायेगा।

  • लेखक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और सांसद हैं
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