यदि अस्पताल में एक भी डॉक्टर होता तो अरविंद आज जिंदा होता

उदयगढ़। स्थानीय सामुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र में रविवार शाम को उपचार के अभाव में ग्राम खण्ड़ाला खुशाल के अरविन्द(4 वर्ष) पिता विजयसिंह चौहान की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जब वो बालक को लेकर पहुंचे तो अस्पताल में एक भी कर्मचारी नहीं था।

उक्त बालक खेलने के दौरान ग्राम खण्ड़ाला खुषाल में घर के समीप बने कुए में गीर गया । आवाज सुन कर अरविन्द का काका ओंकारसिंह चोहान वहां पहुंचा। पानी में हलचल देख वह कुए में कुदा और उसने अरविन्द को बाहर निकाला। परिजन तत्काल उक्त बालक को उदयगढ़ सामुदायीक स्वास्थ्य केन्द्र में लेकर आए।

पिता विजय सिंह ने बताया कि अरविन्द की धडकन और सांस चल रही थी लेकिन स्वास्थ्य केन्द्र में बालक के उपचार के लिए कोई भी मौजुद नही था। उदयगढ़ के गौरव जैन, राजु मुवेल, धनराज चंगोड आदि ने भी बताया कि उन्होने बालक के उपचार के लिए पूरा अस्पताल छान मारा किंतु वहां न एमओ मिले और न ही बीएमओ।

आधे घंटे तक स्वास्थ्य केन्द्र में तडपने के बाद अरविन्द की सांसे थम गई। बाद में पता लगा कि आलीराजपुर में डाॅ. अनसुईया गवली मेडम ने कोई पार्टी का आयोजन किया था और यहां के डाॅक्टर वहीं गए हुए थे। इस संबध में बीएमओ डाॅ मोतीसिंह बघेल से चर्चा करने की कोषिस की गई किंतु उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।

घटना के बाद मृतक के परिजनो सहित उदयगढ़ वासियों में भी भारी आक्रोष है। घटना की कलेक्टर एनपी डेहरिया को भी सुचना दी गई, श्री डेहरिया ने कहा कि मामले की जांच करवाएंगे और अगर इलाज के अभाव में ही बालक की मौत हुई है तो दोषियो को बख्शा नहीं जाएगा।

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