असर्फियों की लूट और कोयले पर मोहर, कांग्रेस का शगल है

विश्वास सारंग। विंध्याचल भवन परिसर में हुई अग्नि दुर्घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरतापूर्वक समीक्षा के बाद सेफ्टी आॅडिट के आदेश दिये है। पुलिस और फाॅरेंसिक साईन्स के विशेषज्ञ जांच में जुटे है।

अग्नि दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जांच को गुमराह करने के लिए उद्देश्य से की जा रही राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जायेगा। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पराजयबोध से बोझिल हो चुकी है, उसके पैरों तले से जमीन खिसक जाने से अग्नि दुर्घटना को साजिश बताकर तिल का ताड़ बना रही है।

असर्फियों की लूट करने वाले कांग्रेस हमेशा कोयले पर मोहर लगाकर अपनी ईमानदारी का डंका पीटते है। जो राजनेता यहां अग्निकांड पर बयान दे रहे है वे ही 1 लाख 76 हजार करोड़ रू. के कोयला घोटाले की फाईलें प्रधानमंत्री सचिवालय से नदारद हो जाने पर इसे इत्तेफ़ाक बता रहे थे। उनका तर्क तो यहां तक रहा है कि क्या प्रधानमंत्री फाईलों की चौकीदारी कर सकते है? फिर हवा, पानी और आग तो ऐसी दुर्घटना है जिस पर न तो वश चलता है और न भविष्यवाणी की जा सकती है। कांग्रेस जोश में होश खोकर खुद हास्यास्पद आरोप लगा रही है।
  • लेखक विश्वास सारंग भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हैं
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