भोपाल। सतना में चार महिला कर्मचारी सहित छः संविदा कर्मचारियों पर एफ़आईआर दर्ज होने पर राजनीति तेज हो गई है. कई दिनों से प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे संविदा कर्मियों ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है. वहीं महिला कर्मचारियों ने जनपद सीईओ पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और सेवा से पृथक करने और रिपोर्ट दर्ज करने की धमकी दे मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है. दरअसल प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पदस्त प्रधानमंत्री आवास योजना के ब्लॉक समन्वयकों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. भाजपा सांसद गणेश सिंह ने भी संविदा कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया और जिला प्रशासन द्वारा की गई एफआईआर को गलत ठहराया.
गत दिनों सतना कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक को 06 संविदा कर्मियों के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज करने को पत्र जारी किया था. इस पत्र के आधार पर पुलिस ने फिलहाल सोहबल ब्लॉक के प्रधानमंत्री आवास योजना के ब्लॉक समन्वयक दो संविदा कर्मियों पुष्पेंद्र बहादुर सिंह और ज्योति सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया है. कहा गया है कि बाकी चार संविदा कर्मियों के खिलाफ जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा.
प्रशासन का आरोप है जिला पंचायत में पदस्थ छः संविदा कर्मियों ने हड़ताल पर जाने के पहले पीएम आवास योजना की वेबसाइट का यूजर और पासवर्ड बदल दिया था. इससे कार्य प्रभावित हो रहा है. वहीं आरोपी संविदा कर्मचारियों ने साजिशन झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया. इस बात की शिकायत संविदा कर्मचारियों ने स्थानीय सांसद से भी की है और पूरे प्रदेश मे जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है.