प्रीति रघुवंशी: पुलिस का पानी पीते ही पिता की तबीयत बिगड़ी, भर्ती | MP NEWS

भोपाल। मंत्री रामपाल सिह की बहू प्रीति रघुवंशी सुसाइड केस में पुलिस भी संदेह की जद में आ गई है। प्रीति के पिता का आरोप है कि उदयपुरा में पुलिस ने उन्हे बयान दर्ज कराने के नाम पर काफी परेशान किया। रात 11 बजे तक बिठाया और बयान दर्ज नहीं किए। भोपाल में जब बयान दर्ज कराने आए तो यहां पुलिस ने पानी में कुछ मिलाकर पिला दिया। जिससे तबीयत खराब हो गई। बता दें कि डीजीपी से मिलने के बाद गुरुवार रात करीब 9 बजे प्रीति रघुवंशी के चाचा, ताऊ, मां, पिता और भाई कांग्रेस नेता केके मिश्रा के साथ महिला थाने पहुंचे थे। बयान दर्ज कराने के दौरान प्रीति के पिता चंदन सिंह की तबीयत बिगड़ गई। उन्हे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। 

प्यास लगी तो पुलिस से पानी मांगा, पीते ही तबीयत बिगड़ गई
प्रीति के पिता चंदन रघुवंशी ने अस्पताल में मीडिया को बताया, "बयान चल रहे थे। प्यास लगी तो मैंने पुलिस से पानी मांगा। पानी पीते ही तबीयत बिगड़ गई। घबराहट हो रही है, गला चिपक रहा है। दिमाग काम नहीं कर रहा है। लगता है मुझे पानी में कुछ मिलाकर पिला दिया है। मेरी बेटी की आत्महत्या के लिए पूरा परिवार दोषी है। उन्हें सजा मिलना चाहिए। वे जो हरकत वहां कर रहे थे, वही यहां कर रहे हैं। उदयपुरा में जिस टीआई ने बयान लिए थे, वही हमसे यहां ले रहे हैं। उदयपुरा में परेशान कर रहा था। घर आ जाओ, थाने आ जाओ, रेस्ट हाउस आ जाओ।

बयान दर्ज नहीं करते, रात 11 बजे तक बिठाए रखा
पांच दिन तक उदयपुरा पुलिस पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह की बहू प्रीति रघुवंशी के परिवार को परेशान करती रही। उन्हें कभी रेस्ट हाउस बुलाया जाता रहा तो कभी थाने। मंगलवार को तो उन्हें रात 11 बजे तक थाने में बैठाकर रखा गया, लेकिन बयान नहीं लिए। बुधवार को सिर्फ प्रीति के भाई नीरज रघुवंशी से बयान किए गए। परेशान होकर प्रीति का परिवार गुरुवार दोपहर पुलिस मुख्यालय पहुंचा और डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला से मुलाकात की। शुक्ला से उन्होंने न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद डीजीपी ने निर्देश दिए कि उनके बयान भोपाल के महिला थाने में दर्ज किए जाएंगे।

एएसपी रायसेन किरण किरकेट्टा करीब साढ़े नौ बजे पहुंचीं
गुरुवार रात करीब 9 बजे प्रीति के चाचा, ताऊ, मां, पिता और भाई कांग्रेस नेता केके मिश्रा के साथ महिला थाने पहुंचे। इस बीच पुलिस मुख्यालय से एसपी रायसेन से जांच अधिकारी को भोपाल भेजने को कहा गया। एएसपी रायसेन किरण किरकेट्टा करीब साढ़े नौ बजे पहुंचीं, लेकिन जांच से जुड़े एसडीओपी आरआर साहू को पहुंचने में 10 बजे गए। उनके आने के करीब आधे घंटे बाद परिजनों के बयान शुरू हो सके।

देर रात तक पुलिस उनके बयान दर्ज करती
बयान में प्रीति के परिजनों ने बताया कि मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश प्रताप सिंह ने प्रीति से शादी कर ली थी, लेकिन वह अपने परिवार को नहीं मना पा रहा था। यह पता चलने पर गिरजेश के परिवार ने कई बार हमारे साथ बेहद बदतमीजी से बात की। यही वजह रही कि प्रीति तनाव में आ गई और उसने घबराकर खुदकुशी कर ली। देर रात तक पुलिस उनके बयान दर्ज करती रही।

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