भोपाल। मध्यप्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कई दिनों से हड़ताल पर हैं। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं हैं। सैंकड़ों कर्मचारी रोज भोपाल आ रहे हैं। जो नहीं आ पा रहे हैं वो अपने जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने धमकी दी है कि वो तत्काल काम पर लौट आएं अन्यथा सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी। इतना ही नहीं विभाग ने हड़ताली कर्मचारियों से चार्ज सौंपने को कहा है।
इधर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से वार्ता विफल होने के बाद संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। गुरूवार को हड़ताल का 11वां दिन है। ये हड़ताल नियमितिकरण की मांग को लेकर है और इस बार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी आर पार के मूड में हैं। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि मांग पूरी होने पर ही हड़ताल टूटेगी। मामले को लेकर जेपी अस्पताल में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। संविदाकर्मियों ने मांग पूरी ना होने पर होली के त्योहार का भी बहिष्कार किया।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल से प्रदेश भर की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। हड़ताल का असर सीधा मरीज़ों और उनके परिजनों पर पड़ रहा है। जो मरीज अपना इलाज कराने अस्पताल आ रहे हैं, उन्हे डॉक्टर तक पहुचाने और वापस कैंपस के बाहर जाने का जिम्मा अस्पताल प्रशासन नहीं ले रहा। मरीज़ के परिजन खुद अपने परिवार के सदस्य को स्ट्रेचर पर ले जाकर इलाज कराते नज़र आए।