BALAGHAT फिर शुरू हो गया घटिया चावल का भंडारण: गरीबों, मरीजों और स्कूलों में बंटेगा | MP NEWS

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। जिले के कटंगी स्थित गोदामों में भण्डारित 15 करोड रूपये के लगभग 50 हजार क्विंटल चावल के सड जाने के बावजूद नागरिक आपूर्ति निगम और प्रशासन ने कोई सबक नही लिया। जिसके चलते बिहार और यूपी से खरीद कर लाया गया 2 साल पूराना चावल और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किये जाने वाले चावल को खरीद कर उसकी रिसाइकिलिंग कर जिले के राईस मिलर्स कस्टम मिलिंग के माध्यम से अमानक चावल इस वर्ष भी नागरिक आपूर्ति निगम को प्रदाय कर रहे है। 

कस्टम मिलिंग के माध्यम से इस वर्ष खरीदा जाने वाला चावल आने वाले आगामी 2 वर्षो तक गोदामों में भण्डारित रहेगा। भण्डारन में लापरवाही तथा पर्याप्त देखरेख के अभाव में भण्डारित चावल उपयोग के काबिल ही नही रहेगा। नतीजतन कटंगी वाली कहानी फिर से दोहराई जायेगी। याद दिला दें कि यही चावल सरकारी हॉस्टलों, स्कूलों एवं उपभोक्ता भंडारों जाता है। जहां से विभिन्न योजनाओं के तहत आम नागरिकों, छात्रों एवं मरीजों को बांटा जाता है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कटंगी और बैहर सहित अन्य स्थानों में निर्धारित मापदण्ड के विपरित अमानक स्तर का चावल कस्टम मिलिंग के माध्यम से धड़ल्ले से खपाया जा रहा है।
यह कारगुजारी नागरिक आपूर्ति निगम के उच्चाधिकारियों के खुले संरक्षण में की जा रही है। राईस मिलर्स से प्राप्त जानकारी के अनुसार 500 कट्टी चावल को पास कराने के लिये 4000 रूपये बतौर कमीशन लिये जा रहे है और इसकी आड़ में अमानक स्तर का चावल मिलीभगत से खरीदा जा रहा है।

यह उल्लेखनीय है कि जिन राईस मिलर्स ने कस्टम मिलिंग किये जाने के लिये राज्य विपणन संघ से अनुबंध किया है वे समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान को मिलिंग किये जाने के लिये प्राप्त कर उसे गोदिया के राईस मिलर्स को बेच रहे है और बिहार और यूपी से लाया गया चावल नागरिक आपूर्ति निगम को प्रदाय कर रहे है।

अमानक स्तर का चावल प्रदाय करने वाले राईस मिलर्स को विशेष गोदामों में अमानक चावल भण्डारित करने की सुविधा भी कमीशन की आड में प्रदान की जा रही है। यह उल्लेखनीय है कि इस वर्ष खरीदी गई धान में नमी का अनुपात और 2 वर्ष पूर्व खरीदे गये चावल के नमी के अनुपात में भारी अंतर परीक्षण के दौरान दिखाई देता है जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है।
चावल के उपर जो सफेद परत दिखाई देती है उससे भी नये और पुराने चावल की परख की जाती है।

इस संबध में आपूर्ति निगम के प्रबंधक श्री आर.के.सोनी से पुराने चावल लिये जाने के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होने अवगत कराया की इस वर्ष चावल खरीदी के पूर्व परीक्षण के तौर पर केमीकल का उपयोग किया जा रहा है जिसकी मदद से नये और पुराने चावल की पहचान की जा सकेगी।

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