नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के संदर्भ में आपत्तिजनक बयान दिया है। मनोज तिवारी ने कहा कि जो भी इस डील को लेकर सवाल उठा रहा है, समझिए उसकी सोच ही ऐसी है, उसके दिमाग में गोबर भरा है। तिवारी राफेल डील के बारे में बोल रहे थे। बता दें कि राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद सवाल उठा रहे हैं। वो जानना चाहते हैं कि राफेल लड़ाकू विमान किस कीमत पर खरीदा जा रहा है। सरकार ने अब तक यह नहीं बताया है कि वो एक राफेल लड़ाकू विमान के बदले कितने पैसे अदा कर रही है।
मनोज तिवारी ने यहां तक कहा कि राहुल गांधी उस पार्टी से हैं जो हथियारों की खरीद में डील करते हैं। जिन्होंने बोफोर्स डील किया और कमीशन लिए, जिसके लिए जनता ने भी इसकी सज़ा दी। तिवारी ने कहा कि जो पार्टी डील ही करती आई है उसकी सोच क्या होगी। उन्होंने कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री हैं जो कुछ भी खरीदने में पैसा बचाने की कोशिश करते हैं और लगातार पैसे बचाकर सामरिक शक्ति बढ़ाने का काम कर रहे हैं। देश पाकिस्तान के साथ अघोषित युद्ध लड़ रहा है। सरकार लगातार सामरिक क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रही है, दूसरी तरफ वो हर मामले में डील की शंका उत्पन्न करने का काम कर रहे हैं।
राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस लगातार हमलावर बनी हुई है। उसका आरोप है कि सरकार जानकारी छुपा रही है। उसने सीधे पीएम पर कायदे तोड़ने का आरोप लगाया है। बजट सत्र के अवकाश से पहले राफेल का मामला लोकसभा में गूंजता रहा। शुक्रवार को सदन की कार्रवाई खत्म होने के बाद राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ अपना आरोप फिर दोहराया।
राहुल ने कहा, 'रक्षा मंत्री ने कुछ दिन पहले कहा था कि वो कीमत बताएंगी लेकिन अब उन्होंने अपना रुख बदल लिया है. वो अब इसे गोपनीय बता रही हैं. अरुण जेटली ने कहा कि हमारी सरकार ने भी कीमत नहीं बताई थी. लेकिन हमने दिखाया है कि हमने कीमत सार्वजनिक की थी. साफ़ है वित्तमंत्री सच नहीं बोल रहे.'
स्पीकर ने 5 मार्च तक अवकाश का ऐलान कर दिया है, लेकिन कांग्रेस कह रही है कि राहुल गांधी ने राफेल पर बोलने के लिए जो नोटिस गुरुवार को दिया वो अब भी मान्य है और 5 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र के दूसरे हिस्से में ये मुद्दा फिर उठेगा. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'राहुल गांधी सरकार से संसद में स्पष्टीकरण चाहते हैं और अपनी तरफ से इस डील के बारे में कुछ जानकारी भी रखना चाहते हैं.'