आपकी राशि के लिए श्रेष्ठ फलदायी ज्योतिर्लिंग कौन सा है, यहां पढ़ें | LUCKY JYOTIRLINGA

भगवान भोलेनाथ भोले है तो रुद्र भी है। भगवान शिव ने एकादश रुद्र के रूप मॆ ग्यारह अवतार लिये जिसमे पांचवे अवतार भगवान भैरवनाथ जो की काशी के कोतवाल के रूप मॆ काशी तथा भगवान शिव और माताजी की हर नगरी के द्वारपाल हैं। कहते है बिना भैरव पूजा के माता और शिवपूजा सफल नही होती। हनुमान जी शिवजी के ग्यारहवां अवतार है। जो की परमशक्तिशाली हैं। दुर्वासाजी ने भगवान शिव के अवतार हो जो की भगवान दत्त के रूप मॆ समाहित है। अलग अलग राशि वालों को महाशिव रात्रि मॆ शिव के भिन्न स्वरूप का ध्यान पूजा व अनुष्ठान करना चाहिये ताकि आपको पूर्ण फल की प्राप्ति हो सके।

मेष-इस राशि वालो को भगवान शिव के दक्षिण भारत स्थित रामेश्वर ज्योतिर्लिंग के पूजन के साथ हनुमानजी की पूजा करनी चाहिये, महाशिवरात्रि के दिन हनुमानजी को एकादश रुद्र शिव के रूप मॆ अभिषेक पूजन करना चाहिये।
वृषभ-इस राशि वालो को भगवान के काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के अलावा काल भैरव का पूजनपाठ अनुष्ठान शिव अभिषेक तथा शनि महाराज का भी पूजन करना चाहिये।
मिथुन-इस राशि वालो को भगवान शिव के अर्धनारीस्वर स्वरूप के साथ महाराष्ट्र स्थित घ्रिस्णेवर ज्योतिर्लिंग की पूजापाठ भी करना चाहिये,इसके  साथ शिवपूजन भी करना चाहिये।
कर्क-इस राशि वालों को भगवान शिव के गुजरात(सौराष्ट्र)स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग स्वरूप का पूजन के  अलावा दत्त स्वरूप की भी पूजा पाठ आराधना करना चाहिये।
सिंह-इस राशि वालो को भगवान शिव के उज्जैन स्थित महाकाल ज्योतिर्लिंग की पूजापाठ करना चाहिये यहां भगवान महाकाल राजा के रूप मॆ स्थित है,इसके अलावा पवनपुत्र हनुमानजी का पूजन भी करना चाहिये।
कन्या-इस राशि वालो को भगवान शिव के चंद्रशेखर स्वरूप की पूजा करनी चाहिये,इसके अलावा आंध्रप्रदेश मॆ स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का पूजनपाठ करना चाहिये,इस मनमोहन स्वरूप की सेवा करने से आपको विशेष कृपा प्राप्ति का योग बनेगा।

तुला-इस राशि वालो को काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के अलावा भैरव स्वरूप नीलकंठ महादेव  तथा शनिदेव को शिव स्वरूप मॆ पूजना चाहिये।
वृश्चिक-इस राशि वालो को भगवान शिव के महाराष्ट्र स्थित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का पूजा पाठ  के साथ हनुमानजी की सेवा भी करना चाहिये।
धनु-इस राशि वालो को उतराखंड स्थित केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का पूजापाठ करना चाहिये,साथ ही भगवान सूर्य को शिव स्वरूप मॆ पूजना चाहिये।
मकर-इस राशि वालो को भगवान शिव के महाराष्ट्र स्थित त्रिम्बिकेस्वर ज्योतिर्लिंग की पूजापाठ आराधना करना चाहिये,इसके अलावा भगवान भैरवनाथ तथा शनिदेव का पूजन भी करना चाहिये।
कुम्भ-इस राशि वालो भगवान शिव के गुजरात स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की आराधना करना चाहिये,साथ ही भगवान भैरवनाथ के अलावा शनिदेव की स्तुति भी करना चाहिये।
मीन-इस राशि वालो को मध्यप्रदेश मॆ नर्मदाकिनारे स्थित मम्लेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजापाठ  करना चाहिये,इसके अलावा दत्तस्वरूप की आराधना करना चाहिये।
*प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"*
9893280184,7000460931

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