दमोह में जल सत्याग्रह |
भोपाल। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का संविदा नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। पूरे प्रदेश में कई तरह से विरोध प्रदर्शित किया जा रहा है। सीहोर में संविदा नीति की शवयात्रा निकाली गई। संविदाकर्मियों ने शवयात्रा बाल विहार मैदान से शोक धुन के साथ मुख्य मार्ग से कोतवाली चौराहा होते हुए सिवन नदी पहुंची। जहां संपूर्ण विधि विधान से दमनकारी शोषण नीति का दाह संस्कार कर दो मिनट का मौन धारण किया गया। साथ ही करीब आधा दर्जन संविदा कर्मियों ने मुंडन भी कराया।
कई संविदा महिला कर्मचारी संविदा नीति के विरुद्ध माथा पीट-पीटकर रोने लगीं, जिन्हें दूसरी महिला संविदाकर्मियों द्वारा ढांढ़स बंधाया गया। शवयात्रा में जिले भर के 500 संविदाकर्मी शामिल हुए एवं भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं संविदाकर्मियों की मांगों का प्रदेश कांग्रेस युवा अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। कुणाल ने कहा वे इस मामले को नेता प्रतिपक्ष के माध्यम से विधान सभा के सत्र में उठाने का भरसक प्रयास करेंगे। जिले के 500 संविदाकर्मियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं। पोषण पुनर्वास केन्दों में भी मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है।
वहीं जिला चिकित्सालय स्थिति नवजात गहन चिकित्सा ईकाई का पूरा संविदा स्टाफ हड़ताल पर होने से व्यवस्था चरमरा गई है। संविदा संघ के अध्यक्ष ने बताया कि संविदा नीति की शवयात्रा निकाली गई तथा राम नाम सत्य है संविदा की बुरी गत है के नारे लगाए। जब शवयात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से निकली तो माहौल पूरा गमगीन हो गया था, कई आने जाने वाले अर्थी के सामने झुंककर श्रद्धांजलि दे रहे थे, वहीं कुछ लोग रास्ते में रूककर प्रणाम करने लगे।