पेट्रोल और डीजल से एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पेट्रोल का दाम सबसे अधिक हो गया है। डीजल का दाम मंगलवार को दिल्ली में 63.20 रुपये प्रति लीटर के रेकॉर्ड हाई पर पहुंच गया वहीं पेट्रोल का दाम मंगलवार को 72.38 रुपये प्रति लीटर तक चढ़ा। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली से बजट में एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग की है। बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच 9 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। सरकार ने क्रूड में आई तेज गिरावट का फायदा उठाते हुए अपना खजाना भरने के लिए यह कदम उठाया था। सरकार ने पिछले साल सिर्फ एक बार अक्टूबर में एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। 

सरकारी कंपनियों की प्राइस लिस्ट के हिसाब से दिल्ली में पेट्रोल का दाम मंगलवार को 72.38 रुपये प्रति लीटर हो गया। इसका दाम दिसंबर से 3.31 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुका है। मुंबई में तो इसकी कीमत देश में सबसे ज्यादा 80 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हो गर्ह है। मुंबई में डीजल का दाम मंगलवार को 67.30 रुपये प्रति लीटर रहा। यहां लोकल सेल्स टैक्स या वैट रेट दूसरे राज्यों से ज्यादा है। तेल कंपनियों के मुताबिक डीजल का दाम दिसंबर से 4.86 रुपये प्रति लीटर चढ़ चुका है। 

फ्यूल के दाम में तेज उछाल आने की वजह अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड के दाम में आई तेजी है। इसके चलते पेट्रोलियम मंत्रालय को वित्त मंत्रालय से बजट में एक्साइज ड्यूटी घटाने के लिए कहना पड़ गया। जेटली अगले हफ्ते 2018-19 का बजट पेश करने वाले हैं। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ड्यूटी घटाने की मांग बजट से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली के विचारार्थ पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ से दिए गए मेमोरंडम का हिस्सा है। ऑइल सेक्रेटरी के डी त्रिपाठी ने सोमवार को कहा था कि मंत्रालय ने इंडस्ट्री से मिली सिफारिशों को मंत्रालय के पास फॉरवर्ड कर दिया है। हालांकि उन्होंने डिटेल देने से मना कर दिया। 

केंद्र सरकार पेट्रोल पर 19.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। दिल्ली में पेट्रोल पर 15.39 रुपये प्रति लीटर वैट लगता है जबकि डीजल पर यह टैक्स 9.32 रुपये प्रति लीटर है। दो अहम बेंचमार्क- ब्रेंट क्रूड और यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडियट क्रूड मंगलवार को बढ़कर क्रमश: 69.41 डॉलर और 63.99 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए। ब्रेंट का दाम 15 जनवरी को तीन साल के हाई 70.37 डॉलर प्रति बैरल हो गया था। WTI का रेट दिसंबर 2014 के बाद 16 जनवरी को 64.89 डॉलर प्रति बैरल के हाई लेवल पर पहुंच गया था। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तेल के दाम में रैली के चलते आम जनता पर बोझ न बढ़े, इसके लिए सरकार से एक्साइज ड्यूटी कट की डिमांड फिर शुरू हो गई है। सरकार ने दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.88 रुपये और डीजल की कीमत 59.14 रुपये प्रति लीटर हो जाने के चलते पिछले साल अक्टूबर में एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। 

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