पुलिस की पिटाई से युवक की मौत, अधिकारियों ने किराने का सामान देकर मामला दबाया | MP NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित बिजूरी थाना पुलिस पर आरोप है कि ANUPPUR POLICE ने अनाधिकृत तौर पर एक युवक को हिरासत (CUSTODY) में लिया और बेरहमी से पीटा जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया। TI ने घायल युवक का इलाज भी कराया परंतु उसकी मौत (DEATH) हो गई। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को युवक के अंतिम संस्कार के लिए पैसे दिए और कुछ किराने का सामान देकर मामला रफादफा करना चाहा। आरोप है कि पीड़ित परिवार ने जब न्याय की मांग की तो जांच में भी लीपापोती कर दी गई। अब पीड़ित परिवार और गांव के सैंकड़ों लोग भोपाल में पुलिस मुख्यालय के सामने आकर डट गए हैं। उनका कहना है कि यदि यहां भी उन्हे न्याय नहीं मिला तो वो आमरण अनशन शुरू कर देंगे। 

यह है शिकायत 
शिकायत के अनुसार मिलहु केवट (MILHU KEVAT) को अक्टूबर में BIJURI POLICE द्वारा अवैध रूप से हिरासत में लिया गया और उसके साथ मारपीट की गई। शिकायत के अनुसार मिलहु केवट को ग्यारह अक्टूबर को बिजुरी पुलिस कर्मी द्वारा थाने लाया गया था, जंहा पर थानाबिजुरी के निर्देश पर  पुलिस कर्मियों द्वारा मिलहु की गंभीर रूप से पिटाई की गई, मारपीट के दौरान गंभीर चोट व मानसिंक रूप से प्रताडि़त किया गया। जिससे मिल्हु के सर पर हांथो पैरों पर व गर्दन पर गंभीर चोट आई। जिसे इलाज के लिए अनूपपुर फिर जबलपुर और अंतत: नागपुर स्थित डाण्डे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जंहा टीआई बिजरी महेंद्र सिंह ने स्वयं उपस्थित होकर मिलहु के सर का ऑपरेशन करवाया व आपरेशन के खर्च का भुगतान भी किया। 

आपरेशन के बाद वापस लौटते समय फिर से तबियत बिगड़ने के कारण बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया और अंततः पुलिस की हैवानियत का शिकार मिलहु मौत हो गई। पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद व रसूख के दम पर मामला दबा दिया। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने जिला एवं संभागीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई गई पर शिकायत की जांच कराई गई परंतु जांच की प्रक्रिया से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं था। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस अधिकारी अपने दोषी कर्मचारियों को बचाने के लिए जांच में लीपापोती कर रहे हैं। जिसकी शिकायत दोबारा पुलिस महानिरीक्षक से की गई पर न्यायोचित कारवाही न होने पर पीड़ित परिवार पुलिस मुख्यालय भोपाल में धरने के लिये तत्पर है।

ये हैं मांगे
पीडित परिवार ने शिकायत में बताया कि तत्काल प्रभाव के साथ थानाप्रभारी महेंद्र सिंह चौहान व अन्य आरोपी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर अन्यत्र किया जाए ताकि पीड़ित परिवार पुलिस द्वारा मानसिक दबाव व धमकियों से मुक्त हो सके व मामले की पूर्ण निष्पक्ष जांच हो तथा सबूत व बयान के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो इसके आलावा इस मामले के जांचकर्ता अधिकारी एसडीओपी कोतमा को बदलकर उनके स्थान पर जांच किसी अन्य जिले के पुलिस अधीक्षक को सौंपी जाये ताकि जांच निष्पक्ष हो व पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

पुलिस के खिलाफ समाज लामबंद 
शिकायत में बताया गया कि टीआई महेंद्र सिंह व अन्य पुलिस कर्मियों को निलबिंत कर अन्यत्र न किया गया व जांचकर्ता अधिकारी न बदला गया तो दो दिनों बाद बुधवार की सुबह पुलिस मुख्यालय के सामने न्याय के लिए मृतक मिल्हु केवट का परिवार ग्रामवासी व केवट समाज के लोग सैकड़ो की संख्या में उपस्थित होकर शान्तिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन करेंगे यह धरना तब तक चलता रहेगा जब तक की पीड़ित परिवार को न्याय न मिले। 

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