भोपाल। प्रदेश के ढाई लाख संविदा कर्मचारियों ने नये साल 2018 में नियमितीकरण और हटाए गये संविदा कर्मचारियों की वापसी के लिए आंदोलन का आगाज फिर से कर दिया है। म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न विभागों और उनकी परियोजनाओं, निगम मंडलों में कार्यरत ढाई लाख संविदा कर्मचारियों को नियमित करने और हटाये गये संविदा कर्मचारियों को वापस लिये जाने के लिए चलाये जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के छठवें चरण में मप्र सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए संविदा कर्मचारियों को संभाग, जिला, और विकासखंड स्तर तक संगठन को मजबूत करने और एक सूत्र में पिरोने के लिए जिलों में रैली और बैठको का दौर चालू हो चुका है।
जिसकी शुरूआत पन्ना जिले में एक विशाल रैली 5 नवम्बर संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ की पन्ना जिला इकाई करने जा रही है। उसके बाद 6 तारीख को सतना जिले में सतना जिले के सभी विभागों के संविदा कर्मचारियों की बैठक होगी जिससे जिला स्तर और विकासखंड स्तर तक हर जिला संगठन मजबूत हो सके और सरकार से अनिश्चित कालीन आंदोलन और हड़ताल करने के लिए तैयार हो सके।
संविदा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने यह भी कहा कि म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नये वर्ष में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था यदि नये वर्ष में सरकार ने संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी नहीं किये तो हम आंदोलन करने के लिए तैयार हैं संभाग, जिले और विकासखंड स्तर तक हम हमारे संगठन को मजबूत कर आर - पार की लड़ाई लड़ने राजधानी की सड़कों पर उतरेंगें।
और यदि सरकार संविदा कर्मचारियो को नियमित करने के आदेश जारी कर देती है तो हम आंदोलन की बजाए अभिनंदन करेंगें। ये सरकार को तय करना है कि वह आंदोेलन चाहती है या अभिनंदन। पन्ना जिले की रैली और सतना जिले की बैठक में सभी विभागों, परियोजनाओं, निगम मंडलों, परिषदों के संविदा कर्मचारी और अधिकारी भाग लेंगें।