इंदौर। नगर निगम इंदौर ने एक नए देवता का सृजन किया है, नाम रखा है स्वच्छ भैरव। मुसाखेड़ी इलाके के मयूर नगर में इनकी स्थापना कर दी गई है और एक छोटा सा मंदिर भी बनवा दिया है। यह सबकुछ श्रृद्धा या देशभक्ति के लिए नहीं बल्कि स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर 1 के मुकाम पर टिके रहने और करोड़ों की फंडिंग के लालच में किया गया है। बताया गया है कि यहां के रहवासी जिस स्थान पर अपने घरों का कचरा डाल दिया करते थे, वहां बिना विधिविधान के एक मंदिर की स्थापना कर दी गई ताकि लोग कचरा ना डालें।
स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2017 में देश में नम्बर-1 बनने के बाद, अब नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में भी इंदौर को देश में नंबर-1 बनाने की कवायद में लगा है। ऐसे में इस समस्या को पूरी तरह खत्म करने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने अनूठी तरकीब निकाली। उन्होंने यहां भैरव बाबा की स्थापना की है। नगर निगम अधिकारियों ने यहां छोटा से मंदिर भी बना दिया।
अब यहां नहीं फैंका जाएगा कचरा
ख़ास बात यह रही कि स्थानीय रहवासी बाबा के दर्शन भी करने के लिए पहुंचने लगे है। लोगों की श्रद्धा का केंद्र बनने के बाद अब लोगों को उम्मीद है कि, यहां अब कचरा नहीं फैंका जाएगा। लोगों का मानना है कि यहां नजदीक मंदिर भी नहीं है, ऐसे में सफाई रहने के सतह ही उन्हें भगवान के भी दर्शन होते रहेंगे।