प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच DSP ने खुद को गोली मार ली | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। भारत में अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ। पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वो पंजाब पुलिस के एक इंस्पेक्टर को हटाने की मांग लेकर डटे हुए थे। डीएसपी बलजिंदर संधू उन्हे समझाने पहुंचे तो छात्रों ने उन्हीं पर पक्षपात का आरोप लगा दिया। खुद पर लगे आरोप से डीएसपी संधू इतने आहत हुए कि उन्होंने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए प्रदर्शनकारियों के बीच में खुद की कनपटी पर सर्विस रिवाल्वर अड़ाई और गोली मार ली। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घटना पंजाब के फरीदकोट जिले में सोमवार को हुई। गोली की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह डीएसपी के साथ आए कांस्टेबल गुरु गोविंद सिंह को भी जा लगी।

हुआ दरअसल यूं कि पंजाब विश्वविद्यालय के जैतो परिसर में छात्रों के दो गुटों में भिड़ंत हो गई थी। जिसके बाद एक धड़े के आक्रोशित छात्रों ने धरना देना शुरू किया था। वे स्थानीय इंस्पेक्टर को हटाने की मांग कर रहे थे। सूचना पर पहुंचे डीएसपी बलजिंदर संधू ने छात्रों को समझाने-बुझाने की कोशिश करते हुए धरना खत्म करने की अपील की। मगर छात्र नहीं माने और उल्टे डीएसपी पर ही पक्षपात करने का आरोप लगाने लगे। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इससे आहत होकर डीएसपी ने सर्विस रिवॉल्वर से कनपटी में गोली मार ली। यह देख मौके पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन उन्हें गंभीर अवस्था में स्थानीय हास्पिटल में ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान डीएसपी ने दम तोड़ दिया। बठिंडा रेंज के आईजी मुखविंदर शीला ने डीएसपी के सुसाइड करने की पुष्टि की है। 

बठिंडा रेंज के आईजी एमएस मीना ने बताया कि दो छात्रों और एक छात्रा के साथ थाने में मारपीट किए जाने की घटना को लेकर छात्र धरने पर बैठे थे। दरअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर जैतू मंडी बस स्टैंड पर मौजूद मिले एक लड़के और लड़की को एसएचओ गुरमीत सिंह पकड़कर थाने लाए थे। आरोप है कि उन्होंने दोनों की पिटाई की थी। इस घटना से आक्रोशित छात्र धरना दे रहे थे।

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