भोपाल। आजाद अध्यापक संघ की प्रांताध्यक्ष शिल्पी शिवान ने आज अपने ऐलान के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मुंडन करा लिया। मप्र के इतिहास में यह पहली घटना है जब एक महिला कर्मचारी नेता ने मुख्यमंत्री की वादा खिलाफी से नाराज होकर इस तरह का विरोध प्रदर्शन किया है। इस घटना के बाद प्रदेश भर के अध्यापकों में खासा रोष देखा जा रहा है। बता दें कि इससे पहले शिल्पी ने प्रदेश भर में यात्रा निकाली थी एवं सरकार को अल्टीमेटम भी दिया था।
शिक्षा विभाग में संविलयन की प्रमुख मांग को लेकर अध्यापक भोपाल में जुटे। आजाद अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शिवराज वर्मा ने बताया कि आंदोलन, ज्ञापन, हड़तालों के बाद अब अध्यापक अपनी मांगों की पूर्ति के लिए आरपार की लड़ाई सरकार से लड़ेंगे। शासन प्रशासन के विरोध में दो महिला अध्यापक और एक अध्यापक की पत्नी द्वारा मुंडन करा कर कड़ा विरोध दर्ज कराया जाएगा। यहीं नहीं बल्कि संगठन को 1 हजार अध्यापकों ने भी मुंडन कराने की सहमति दी है। उन्होंने सरकार पर अध्यापकों को लेकर दोहरे व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
न हो आंदोलन इसलिए सरकार कर रही प्रपंच
संगठन ने सरकार पर आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। संगठन के पदाधिकारी रितुराज तिवारी ने बताया कि पहले करीब 25 हजार विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने वाले अध्यापकों के आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी गई। बीते दो सप्ताह से प्रशासनिक अधिकारियों ने पदाधिकारियों को शहर में आंदोलन के लिए स्थान देने से ही मना कर दिया। बीएचईएल के जंबूरी मैदान पर विरोध प्रदर्शन के लिए 1 लाख 44 हजार रूपये किराया अधिकारियों ने मांगे। पदाधिकारियों के मुताबिक चंदा कर इस राशि का भुगतान बीएचईएल प्रबंधन को किया जाएगा।