महिला अध्यापकों के मुंडन आंदोलन पर सवाल | ADHYAPAK SAMACHAR

भोपाल। आजाद अध्यापक की महिला अध्यक्ष शिल्पी शिवान ने शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ मुंडन कराने का ऐलान किया है। कहा गया है कि 13 जनवरी को शिल्पी एवं उनके साथ दर्जनों महिला अध्यापक मुंडन कराएंगी परंतु उनके इस आंदोलन पर अध्यापकों ने ही सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं। दरअसल, अध्यापकों के नाम पर पिछले कुछ सालों में कई आंदोलनों का ऐलान तो हुआ परंतु बाद में नेताओं ने यूटर्न ले लिया। हाल ही में आजाद अध्यापक संघ के महासचिव जावेद खान ने आमरण अनशन का ऐलान किया। सुबह अनशन शुरू हुआ और शाम को खत्म कर दिया। शायद इसीलिए लोगों को शिल्पी शिवान के एलान पर भी संदेह कर रहे हैं। 

सरकार के खिलाफ प्रदेश की महिला अध्यापकों ने सामूहिक मुंडन कराने का निर्णय लिया है। ये महिला अध्यापक 5 जनवरी से अध्यापक अधिकार रथ यात्रा निकालेंगी। इसमें पुरुष अध्यापक भी शामिल होंगे। यह यात्रा ओंकारेश्वर व दतिया से निकाली जाएंगी, जो 13 जनवरी को भोपाल पहुंचेगी। यहां पर महिला अध्यापक सामूहिक मुंडन कराने के बाद आंदोलन की शुरूआत करेंगी। सरकार से नाराज अध्यापकों ने मंगलवार नीलम पार्क में हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया है।

आजाद अध्यापक संघ की अध्यक्ष शिल्पी सिवान और कार्यकारी अध्यक्ष शिवराज वर्मा ने बताया कि सरकार मांगों पर गंभीर नहीं है, जनप्रतिनिधि केवल आश्वासन दे रहे हैं। इसके चलते शिक्षा विभाग में संविलियन, मृतक अध्यापकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति, वेतन विसंगति, पदोन्नति और सातवें वेतनमान का लाभ देने की मांगों पर आज तक ठोस पहल नहीं हुई है। इसके खिलाफ रैली निकाली जाएगी। अलग-अलग जिलों से यह रैली 13 जनवरी को भोपाल पहुंचेगी। जहां पर आंदोलन की शुरूआत होगी।

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