भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल केंद्रीय मंत्री UMA BHARTI के पिछले पांच दिनों से भोपल में ही रहने से BJP की सियासत में उबाल आ गया है। मंगलवार से श्यामला हिल्स स्थित अपने बंगले पर रुकीं उमा न तो किसी से बात कर रही हैं और न ही पार्टी के किसी नेता से उनकी मुलाकात हुई है। उमा के एकांत ने राजनीतिक कयासों का बाजार गर्मा दिया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में उमा भारती के विभाग घटाते हुए उनका कद कम कर दिया था। माना जा रहा है कि इसके बाद संगठन में भी उचित महत्व ने मिलने से उमा खुश नहीं हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद संसद में भी उनकी सक्रियता पहले जैसी नहीं दिख रही है।
समाचार चैनलों में चल रही खबरों के मुताबिक उमा भारती ने अपना दिल्ली स्थित सरकारी आवास भी खाली करने की भी तैयारी कर ली है। खबरों के मुताबिक उमा संगठन और सरकार में अपनी भूमिका को लेकर संघ नेताओं से चर्चा करना चाह रही हैं। सूत्रों की माने तो उज्जैन के शैव महोत्सव में भाग लेने के बाद उमा भारती नागपुर गई थी। यहां संघ के कुछ नेताओं से उनकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद वे मंगलवार को भोपाल आ गई थीं। चर्चा इस बात की थी कि उन्हें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भोपाल में रूकने को कहा था पर संघ प्रमुख की विदिशा में तीन दिनों से मौजूदगी के बाद भी उमा की उनसे मुलाकात नहीं हो पााई है।
उमा ने कहा बुखार के चलते रुकीं भोपाल में
उमा भारती ने संघ प्रमुख से अपनी मुलाकात से जुड़ी खबरों को निराधार बताते हुए कहा है कि वे नागपुर से भोपाल लौटते समय बुखार आने के कारण भोपाल में रुक गई थी। इसके चलते दिल्ली में होने वाली कैबिनेट बैठक में भी शामिल नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने का उनका कोई कार्यक्रम नहीं था, न ही उन्होंने भोपाल में मुझे रुकने को कहा है।