UNIHOMES BHOPAL: 40 शिकायतें आईं, 500 करोड़ का मामला

भोपाल। रियल एस्टेट अथॉरर्टी (रेरा) में बैरागढ़ चीचली के यूनीहोम्स की सबसे ज्यादा चालीस शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। इन शिकायतों में सुनवाई के बाद बीती 13 दिसंबर को दो मामलों पर रेरा ने अपना फैसला सुनाया है। रेरा ने दो माह के अंदर फ्लैट के पजेशन देने का आदेश दिया है। वहीं शिकायतकर्ताओं ने रेरा से ब्याज सहित रकम वापसी की गुहार लगाई थी। यहीं नहीं बल्कि सैकड़ों खरीदारों का इस प्रोजेक्ट में बिल्डर के पास लगभग 500 करोड़ रुपए जमा हैं।

नई दिल्ली के मेसर्स SVS BUILDCON PRIVATE LIMITED और मेसर्स KHANEJA PROPERTIES PRIVATE LIMITED के संचालक सुमित खनेजा, अमित खनेजा एंव एसके अरोरा ने आठ साल पहले 2009 में यूनी होम्स के नाम से रियल एस्टेट प्रोजेक्ट बैरागढ़ के चीचली में शुरू किया था। लेकिन आठ साल बीत जाने के बाद भी 1032 में से मात्र 144 खरीदारों को फ्लैट का पजेशन दिया। मामले में फर्जीवाड़े के आरोपों के साथ खरीदारों ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रेरा में भी मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। 

खरीददारों ने ब्याज सहित पैसा वापस मांगा
रेरा में दर्ज शिकायतों में तमाम खरीदारों ने ब्याज सहित रकम वापसी की मांग की। सुनवाई के दौरान अनावेदक (बिल्डर पक्ष) ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए दो से तीन माह का अतिरिक्त समय मांगा। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद रेरा ने तीन माह के अंदर कार्य पूरा करने के साथ पजेशन देने का फैसला सुनाया। शिकायतकर्ता श्रद्धा जैन के पति मनोज जैन ने बताया कि उन्होंने रेरा में ब्याज समेत जमा रकम वापसी का केस दर्ज कराया था लेकिन रेरा बिल्डर को अतिरिक्त समय दे रहा है।

खरीदारों के फंसे लगभग 500 करोड़
मिली जानकारी के अनुसार यूनी होम्स प्रोजेक्ट 2013-14 में पूरा होना था लेकिन इसके पहले ही कम्पनी ने निर्माण कार्य बंद कर दिया। खरीदारों ने बताया कि आरटीआई के तहत बिल्डर के पास इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत खरीदारों द्वारा 500 करोड़ रूपये जमा होने की जानकारी मिली थी। बिल्डर ने फ्लैट के पास आवासीय कॉलोनी में प्राइमरी स्कूल, स्वीमिंग पूल, पार्क, खेल मैदान, जिम सहित शॉपिंग मॉल का सपना दिखाया। लोगों से 60 से 90 प्रतिशत रकम भी जमा करा ली। पजेशन का समय नजदीक आया तो 2013 में काम बंद कर दिया। खरीदारों ने बताया मामले को लेकर उन्होंने रेरा, कलेक्टर और डीआईजी से भी शिकायत की, लेकिन अभी कुछ नहीं हुआ। इसके बाद अलग-अलग शिकायतों के माध्यम से रेरा में मामले की शिकायत की गई।

एक ही पते पर 36 कंपनियां
खरीदार एसएस यादव ने बताया कि दिल्ली के जिस कार्यालय का पता दिया गया है। इसी पते पर 36 अन्य कंपनियां पंजीकृत हैं। यहां से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा। जिसके मालिक यही हैं। देहरादून, फिरोजपुर (पंजाब) में भी प्रोजेक्ट में गड़बड़ी पर धोखाधड़ी के प्रकरण चल रहे हैं। देहरादून के आवासीय प्रोजेक्ट में मशहूर क्रिकेटर इरफान पठान व उनके भाई युसुफ पठान के करीब 15 करोड़ फंसे हैं, दिल्ली हाईकोर्ट में मामला भी चल रहा है। 

प्रशासन पर भी कई सवाल हुए खड़े
बिल्डर ने सात आठ साल से डायवर्सन शुल्क, प्रापर्टी टैक्स, सर्विस टैक्स आदि भी नहीं चुकाया। कॉलोनी में 1032 फ्लैट में से 144 फ्लैट का पजेशन दिया गया है। बाकी किसी में स्लैब डला है तो किसी का काम ही चालू नहीं हुआ। हुजूर एसडीएम ने अक्टूबर 2009 में तीन साल में कॉलोनी का विकास करने की अनुमति दी थी। जो आठ साल बाद भी अधूरी है।

Directors of SVS BUILDCON PRIVATE LIMITED
RAMAMOORTHY RAVI
SUMIT KHANEJA
AMIT KHANEJA
DEBASHIS CHATTERJEE

Directors of KHANEJA PROPERTIES PRIVATE LIMITED.
SUMIT KHANEJA
AMIT KHANEJA

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