भोपाल। मध्यप्रदेश में पटवारी परीक्षा को लेकर करीब 10 लाख से ज्यादा छात्रों ने फार्म भरे है। परीक्षा के पहले ही दिन सर्वर डाउन होने से राजनैतिक गलियारों में भी प्रश्न चिन्ह लगने लगा है। राजनीतिक बयानबाजी तब और भी तेज हो गई जब भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठारी ने इसे छोटी-मोटी समस्या बता दिया। मामले में कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने अपनी सफाई दी है। भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठारी का कहना है कि पटवारी परीक्षा का काम टाटा कंपनी देख रही है। सर्वर डाउन होना आम बात है लेकिन सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए जो काम किये है। वह काबिले तारीफ है।
छोटी-मोटी दिक्कतें आती रहती हैं
प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि बड़े पैमाने पर आयोजित की जा रही परीक्षा तकनीकी त्रुटि कारण नहीं हो सकी। सरकार की कोशिश है कि परीक्षा दोबारा कराई जाए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सर्वर की समस्या सिर्फ मध्यप्रदेश में ही नहीं कई जगह है और ऐसी छोटी-मोटी दिक्कतें आती रहती हैं।
क्या हुआ था शनिवार को
शनिवार को सर्वर ठप होने के नाम पर परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया था। करीब 10 हजार अभ्यर्थियों का बायामेट्रिक वेरिफिकेशन नहीं हो पाया। सुबह 9 बजे शुरू होने वाली परीक्षा, सुबह 9 बजे भी हुई और इसी परीक्षा के लिए 1 बजे तक प्रवेश होते रहे। हालात नियंत्रण से बाहर थे और बस अभ्यर्थियों को उग्र होने से रोकने का प्रयास किया जा रहा था। रविवार को भी 5000 अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाए।