टीकमगढ। गौर बंधुओं की एक यात्री बस सुबह प्रतिबंधित पुल को पार करते हुए अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई थी। इस हादसे में 40 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे। शाम को इसी बस के फरार ड्राइवर की लाश नदी के पास एक पेड़ पर लटकी हुई मिली। पुलिस का मानना है कि ड्राइवर ने डर के कारण आत्महत्या कर ली। यात्रियों का कहना है कि बस खटारा थी लेकिन गौर बंधु उसे प्रतिबंधित पुल से ही पार करवाते थे। कॉग्रेस विधायक श्रीमती चन्द्रा सिंह गौर के परिवार से होने के कारण बस संचालक पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती थी। हादसे में बस टुकड़ा टुकड़ा बिखर गई थी। शायद ड्राइवर को डर था कि अब बस संचालक उससे बस के पूरे पैसे वसूल करेगा।
खरगापुर कॉग्रेस विधायक श्रीमती चन्द्रा सिंह गौर के परिजनों के नाम से गौर बंधु कंस्ट्रक्शन कंपनी बस सर्विस है। आज सुबह गौर बंधु कंस्ट्रक्शन की बस झॉसी से खरगापुर की ओर अपने निर्धारित समय पर दौड रही थी। जैसे बस ओरछा जामनी नदी के पुल के बीच में पहुॅची। तभी बस ड्राईवर पप्पू यादव अपना संतुलन खो बैठा और बस जामनी नदी में जा गिरी जिसमें बहुत से यात्री घायल हुये। बस ड्राईवर मौके से फरार हो गया था। जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। शाम करीब 6/7 के बीच पृथ्वीपुर थाना पुलिस को सूचना मिली कि जामनी नदी के पास प्राचीन, पुरानी शिकार गाय राजा शाहिद के पास एक पेड पर लाश लटक रही है। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुॅचकर मौका मुआयना किया। तो मृतक की शिनाख्त पप्पू यादव निवासी माझाी के रूप में हुई। जो गौर बंधु बस का ड्राईवर था।
उक्त धटना के संबंध में एडिशनल एसपी राकेश खाखा का कहना है सुबह गौर बंधु बस कंपनी की बस जामनी नदी में गिर गई थी। मौके से बस चालक पप्पू यादव गायब हो गया था। जिसकी लाश देर शाम जामनी नदी के पास प्राचीन, पुरानी शिकार गाय राजा शाहिद के पास पेड पर फांसी के फंदा से लटकती मिली। जिसकी जॉच की जा रही है। बस ड्राइवर ने ऐसा कदम क्यो उठाया।