भोपाल (NATIONAL NEWS)। कांग्रेस विधायक माखन जाटव हत्याकांड में गिरफ्तारी से बचने के लिए अंडरग्राउंड हो गए वारंटी मंत्री लाल सिंह आर्य (MINISTER LAL SINGH ARYA) की किस्मत के फैसले की तारीख तय हो गई है। 18 दिसम्बर को हाईकोर्ट (HIGH COURT) में उनकी याचिका पर सुनवाई है। यदि वो हाईकोर्ट से राहत हासिल नहीं कर पाए तो ना केवल मंत्रीमंडल से उनको बाहर कर दिया जाएगा बल्कि उनकी गिरफ्तारी भी हो जाएगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान उन्हे बचाने में विशेष रुचि ले रहे हैं। पत्रकारों ने जब नंदकुमार से पूछा कि लाल सिंह कहां हैं तो उन्होंने कहा भारत में ही हैं।
भिंड की अदालत द्वारा इस मामले की सुनवाई किए जाने को लेकर लाल सिंह के वकील राजेश शुक्ला द्वारा ग्वालियर हाइकोर्ट में याचिका दायर कर सुनवाई के क्षेत्राधिकार को चुनौती दी गई है। याचिका में कहा गया है कि इस हत्याकांड को लेकर सीबीआई की याचिका पर हाईकोर्ट इंदौर में सुनवाई चल रही है। इंदौर की संबंधित कोर्ट को इस मामले को भिंड ट्रांसफर करने का अधिकार नहीं है। संगठन सूत्रों का दावा है कि 18 तक लाल सिंह आर्य का इस्तीफा हो सकता है।
बता दें कि सरकार की तरफ से इशारा मिलने के बाद भिंड पुलिस का एक दल भोपाल में आ धमका था। उसने मंत्री आर्य के सरकारी बंगले की तलाशी ली और फरारी के लिए पंचनामा भी तैयार किया। इससे पहले 7 वारंट जारी हो चुके हैं परंतु मंत्री कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। यदि इस बार भी वो हाजिर नहीं हुए तो फरारी बदमाश घोषित किए जा सकते हैं।