नई दिल्ली। बाबा अमरनाथ की यात्रा के दौरान भक्तों का उत्साह चरम पर होता है परंतु अब यह उत्साह भी नियमों के दायरे में आ गया है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल कोर्ट ने बाबा की गुफा में जयकारों, मंत्रों, घंटियों और प्रसाद पर पाबंदी लगा दी है। एनजीटी कोर्ट ने कहा है कि अमरनाथ गुफा अब पूरी तरह से साइलेंट जोन होगी। NGT directs Shrine board that there should be no chanting of 'mantras' or 'jaykaras' in Amarnath. NGT also directs that from the last check post there should be single line of people walking towards the cave. @ANI
एनजीटी ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड को ऐसे सख्त निर्देश एनजीटी ने दिए हैं। एनजीटी ने यह निर्देश भी दिया है कि भक्त अब पवित्र गुफा तक अपने मोबाइल फोन भी नहीं ले जा पाएंगे। श्रद्धालुओं को अपना मोबाइल फोन और अन्य जरूरी सामान अब अंतिम चेक पोस्ट पर जमा करना होगा। इसके आगे उन्हें कुछ भी ले जाने की इजाजत नहीं होगी। एनजीटी ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड से एक स्टोर रूम बनाने के लिए भी कहा है जहां भक्तों के सामान रखे जाएंगे।
इसके अलावा एनजीटी ने श्राइन बोर्ड को इस बात का भी निर्देश दिया है कि अंतिम चेक पोस्ट के बाद भक्तों की केवल एक लाइन हो जिसमें एक के पीछे एक दर्शनार्थी अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ें। एनजीटी ने श्राइन बोर्ड से अमरनाथ गुफा के अंदर लगी लोहे की रॉड भी हटा दी जाए। आपको बता दें कि एनजीटी कोर्ट में आज अमरनाथ श्राइन मामले में सुनवाई हो रही थी।
इससे पहले भी एनजीटी ने दिए थे निर्देश
गौरतलब है कि एनजीटी ने नवंबर के महीने में वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं की सीमा (50 हजार प्रतिदिन) तय करने के बाद अमरनाथ यात्रा पर भी सख्ती दिखाई थी और श्राइन बोर्ड से पूछा था कि सुप्रीम कोर्ट के 2012 के आदेश का पालन अभी तक क्यों नहीं किया गया? इसके साथ ही ग्रीन ट्रिब्यूनल ने मंदिर परिसर में नारियल तोड़ने, श्रद्धालुओं की सुविधाओं, वहां शोर मचाने और शौचालयों जैसे मुद्दों पर भी सवाल पूछे थे।