केंद्रीय मंत्री को हनीट्रेप में फंसा लिया था सोनू पंजाबन ने, गिरफ्तार | CRIME NEWS

नई दिल्ली। दिल्ली की लेडी डॉन और सेक्स रैकेट सरगना सोनू पंजाबन फिर पुलिस की गिरफ्त में है। इस बार आरोप है कि इसने जेल से बाहर आने के बाद एक केंद्रीय मंत्री को हनीट्रेप में फंसाया और ब्लैकमैल करने की कोशिश की। इसके अलावा एक नाबालिग लड़की को 20 लाख रुपए में बेचा। दिल्ली पुलिस ने खुफिया तरीके से चार महीने तक मामले की जांच की और रविवार को सोनू पंजाबन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह नहीं बताया कि वो केंद्रीय मंत्री कौन था जो सोनू पंजाबन के जाल में फंसा। बताया जाता है कि प्रॉस्टिट्यूशन के गोरखधंधे से सोनू ने करोड़ों की काली कमाई की।

16 साल की लड़की को घर से किया था किडनैपिंग
नजफगढ़ में अगस्त 2014 में 16 साल की लड़की की किडनैपिंग का केस दर्ज हुआ था। उसे घर के बाहर से अगवा किया गया था। 2017 में मामले की जांच क्राइम ब्रांच के साइबर सेल को दी गई। सोनू पंजाबन को अभी गिरफ्तार नहीं किया जाता, लेकिन जब सोनू के एक केंद्रीय मंत्री को फंसाने और ब्लैकमेल की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी।

गीता अरोड़ा से बन गई सोनू पंजाबन
सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है। उसका जन्म 1981 में दिल्ली की गीता कॉलोनी में हुआ। उसके पिता ओम प्रकाश अरोड़ा पाकिस्तान के रेफ्यूजी थे, जो बंटवारे के बाद हरियाणा के रोहतक में आकर बसे थे। ओम प्रकाश अरोड़ा रोजगार की तलाश में रोहतक से दिल्ली आए थे। वे ऑटोरिक्शा चलाकर अपना गुजारा करते थे। सोनू पंजाबन सबसे पहले 31 अगस्त 2007 को अरेस्ट हुई थी। तब वो बेल पर रिहा हो गई थी, लेकिन नवंबर 2008 में दोबारा अरेस्ट हुई। उसके बयान के मुताबिक 2003 में पिता के देहांत के बाद वो प्रॉस्टिट्यूशन में एक्टिव हुई थी। अप्रैल 2011 में पहली बार सोनू पंजाबन पर MCOCA लगा था। इस एक्ट के तहत उसे तिहाड़ जेल भेजा गया था। नवंबर 2012 में सोनू पंजाबन ने तिहाड़ जेल में सुसाइड अटैम्प्ट किया। उसने पहले नींद की गोलियां लीं और फिर लॉकअप के अंदर ही फांसी पर लटकने की कोशिश की।

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