मप्र में हैं भारत के सबसे अच्छे कलेक्टर/कमिश्नर: सीएम शिवराज सिंह | bureaucracy

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को तीन दिवसीय आईएएस सर्विस मीट की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि, 'समस्याओं का पूर्वानुमान लगाते हुए उसके समाधान की रणनीति तैयार रखना और विस्तृत योजना तैयार करना सुशासन के लिए सहायक होता है। सीएम शिवराज सिंह ने ब्यूरोक्रेसी की तारीफ करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की नौकरशाही देश की सबसे अच्छी नौकरशाही है। यहां कलेक्टर से लेकर वरिष्ठ सचिव स्तर के अधिकारी भी जनता के साथ मिलकर और उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप काम करते हैं। 

प्रशासनिक सेवा में शामिल होना जीवन का मिशन
सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि 'भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होना अपने आप में जीवन का मिशन है। इसमें सेवा भाव सर्वोच्च होता है। जीवन को हर पल सार्थक बनाने की ईमानदार कोशिश लोकसेवक को करते रहना चाहिए।'

भावांतर भुगतान योजना की तारीफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मप्र की ब्यूरोक्रेसी ने टीम मध्यप्रदेश के रूप में कई असंभव से लगने वाले काम सफलता पूर्वक किये हैं। उन्होंने भावांतर भुगतान योजना का उल्लेख करते हुए कहा है कि इसके क्रियान्वयन में प्रारंभिक कठिनाइयों को दूर कर लिया गया और आज किसान योजना की तारीफ कर रहे हैं।'

समाज का सहयोग जरूरी
इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सड़क, पुल, पुलिया भवन बनाने के साथ लोगों की जिंदगी बनाना, समाज को दिशा देना और अच्छे विचारों का प्रसार कर लोगों को मार्गदर्शन भी देना सरकार का काम है। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि 'समाज के कुछ मुद्दे ऐसे हैं जो केवल प्रशासन और पुलिस से हल नहीं होते। समाज के सहयोग की जरूरत होती है।' 

प्रदेश के विकास की तड़प जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा है कि 'भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों में लोगों के कल्याण और प्रदेश के विकास की तड़प होना जरूरी है। हर विषय पर सकारात्मक सोच रखना होगी। यथास्थितिवाद से बड़ा परिर्वतन नहीं आ सकता। ब्यूरोक्रेसी के सहयोग से मध्यप्रदेश आज विकास के हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 'लक्ष्य तय कर काम करने की प्रवृत्ति बढ़ाएं ताकि समय से काम पूरे होते रहें।' 

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