भगवान सूर्य 17 तारीख से वृश्चिक राशि मॆ पधार रहे हैं। नीच राशि के सूर्य का वृश्चिक राशि में गमन सूर्य का उच्चता की ओर पहला क़दम है। वृश्चिक राशि, अपने सेनापति मंगल की राशि मॆ सूर्यदेव श्रेष्ठ परिणाम देते हैं। इस समय वृश्चिक राशि शनि महाराज के प्रभाव से मुक्त है। बुध महाराज के साथ सूर्य की युति बुधादित्य योग का निर्माण करेगी। सूर्य का शक्तिशाली होना प्रशासन तथा सरकार के मजबूत होने का संकेत है।
इस समय सूर्यदेव, शनि राहु के प्रभाव से मुक्त हैं। निश्चित रूप से सूर्य का वृश्चिक मॆ आना एक अच्छा संकेत है। आइये देखते है विश्वस्तर पर तथा सभी राशियों के लिये वृश्चिक का सूर्य क्या परिणाम देगा। सम्पूर्ण विश्व के लिये हितकारी योजनाओं पर विश्व के बड़े देश कार्य करेंगे। अनुसंधान के क्षेत्र मॆ शुभ समाचारों का योग। वित्तीय क्षेत्र मॆ स्थिति सुधार का योग।
विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा
*मेष*-शासकीय कार्यों मॆ परेशानी का योग,शारीरिक स्वास्थय पर ध्यान दें,निवेश के लिये समय ठीक नही।
*वृषभ*-मान सम्मान वृद्धि का योग,शासकीय पक्ष से मदद मिलेगी,वाहन,मकान सम्बंधी कार्यों मॆ सफलता का योग,जीवनसाथी व्यापार मॆ साझीदार से मनमुटाव न रखें।
*मिथुन*-रोग,ऋण शत्रु परास्त होंगे,प्रतिद्वंदिता मॆ सफलता का योग,बाहरी क्षेत्र मॆ प्रवास का योग,समय ठीक है।
*कर्क*-आर्थिक क्षेत्र मॆ खास सफलता का योग,शिक्षा,प्रतियोगी परीक्षा आदि मॆ शुभ योग,व्यापार के लिये शुभ समय।
*सिंह*-सामजिक मान सम्मान प्रतिष्ठा वृद्धि का योग,शासकीय पक्ष से सफलता का योग,शुभ समय।
*कन्या*-कार्यक्षमता मॆ वृद्धि का योग,साहसिक कार्यों मॆ सफलता प्राप्त होगी,यात्रायें सफल रहेंगी।
*तुला*-आमदनी के स्त्रोत लाभ देंगे,व्यापार मॆ सफलता के योग,निवेश आदि से दूर रहें।
*वृश्चिक*-राज्य से मान सम्मान तथा प्रतिष्ठा वृद्धि का योग,राजनैतिक तथा शासकीय क्षेत्रों मॆ मान सम्मान की वृद्धि होगी।
*धनु*-शारीरिक स्वास्थय का ध्यान रखें,आर्थिक व्यय पर नियंत्रण रखें,शासकीय कार्यों मॆ विवाद से दूर रहें।
*मकर*-गुप्त कार्यों से लाभ का योग,रुका हुआ धन प्राप्त होगा,आमदनी के स्त्रोत अच्छा लाभ देंगे।
*कुम्भ*-कर्मक्षेत्र मॆ मान प्रतिष्ठा वृद्धि के योग,व्यापार आदि मॆ शुभ समाचार मिलेंगे,शासकीय पक्ष से मदद मिलेगी।
*मीन*-राज्य से मदद का योग,शासकीय कार्यों मॆ सफलता प्राप्त होगी,बाहरी क्षेत्रों मॆ यात्रा का योग।