झाबुआ। इंदौर में पदस्थ होमगार्ड प्लाटून कमांडर निलेश डामोर की पत्नी हर्षिता डामोर (35) ने झाबुआ स्थित ससुराल में शनिवार सुबह फांसी लगा ली। सुबह करीब 6 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी गई। हर्षिता इंदौर में ही कॉल सेंटर में काम करती थी। पति-पत्नी दो दिन की छुट्टी होने से झाबुआ में एलआईसी कॉलोनी स्थित अपने घर आए थे। राजस्थान के बांसवाड़ा से आई हर्षिता की मां और बहन ने पति और ससुराल वालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए। निलेश और हर्षिता के सात और पांच वर्ष के दो बेटे हैं।
हर्षिता की बहन विनिजा जॉर्ज ने आरोप लगाया कि निलेश के इंदौर में किसी दूसरी महिला से संबंध हैं। इसे लेकर आए दिन विवाद होता था। ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित भी करते थे। पहले भी इस बात पर विवाद हो चुका है। शुक्रवार रात भी हर्षिता का फोन आया था। उसने बताया था कि पति और सास-ससुर ने प्रताड़ित किया। हमें जल्दी बुलाया था, लेकिन सुबह उसकी मौत की खबर आ गई। घर के नौकर ने भी पहले बताया था कि हर्षिता की सास निलेश की महिला मित्र से उसकी बुराई कर रही थी।
...तो तलाक दे देता
मृतका के परिजनों का कहना है कि अगर निलेश को दूसरी शादी करना थी तो हर्षिता को मरने के लिए मजबूर क्यों किया। उसे तलाक ही दे देता। लंबे समय से प्रताड़ना जारी थी। शादी को दस साल हो गए। लंबे समय से पति उसे वाट्सएप और फेसबुक वगैरह चलाने नहीं देता था। मोबाइल का इस्तेमाल भी नहीं करने देता था। मारपीट करता था। हर्षिता को पति के दूसरी महिला से संबंध होने के बारे में पता चल चुका था। उसके पास सबूत भी थे।
बांसवाड़ा ले गए शव
सूचना मिलने पर एसआई जोरावरसिंह सिसौदिया के साथ टीम मौके पर पहुंची। एफएसएल टीम भी भेजी गई। शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया। पति ने रिपोर्ट में लिखवाया कि मैंने शराब पी थी। इस बात पर विवाद हुआ। हर्षिता कमरे में गई और उसने फांसी लगा ली। मायके पक्ष वाले शव अपने साथ लेने पर अड़ गए। ससुराल वालों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं ली। दोपहर में शव को बांसवाड़ा ले जाया गया। मायके वालों ने भी मामला दर्ज कराया है।