प्रतीक मोहन अवस्थी/जबलपुर। 2018 का विधानसभा चुनाव सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा यह ऐलान हो चुका है परंतु आरएसएस को पता है कि प्रदेश का किसान शिवराज सिंह से नाराज है अत: उन्हे किस तरह मनाया जाएगा इसी संदर्भ में आरएसएस की एक गोपनीय बैठक बुधवार को यहां आयोजित की गई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में शिवराज सिंह के किसान विरोधी फैसलों पर खुलकर चर्चा हुई।
प्रदेश में किसानों के आंदोलनों को लेकर आरएसएस की तल्खी प्रदेश सरकार से बढ़ी है। जबलपुर में इसे लेकर आरएसएस कार्यालय में बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में आरएसएस के दिग्गजों के साथ प्रदेश के कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की।
कृषि मंत्री बैठक के मुद्दे पर तो कुछ भी बोलने से बचते नजर आए, लेकिन किसानों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर धड़ल्ले से बोले। उन्होंने कहा कि सरकार ने भावांतर योजना के तहत खरीफ की फसलों का भुगतान किसानों को देने का निर्णय लिया है, जो मॉडल रेट और समर्थन मूल्य के बीच के गैप को भरकर उन्हें राहत पहुंचाएगा।
मंदसौर गोलीकांड और प्रदेश में किसानों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों ने सरकार की बेचैनी बढ़ा दी है। हालांकि सरकार का दावा है कि किसानों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाएगा। भाजपा को यह समझना होगा कि सत्ता में फिर आना है तो किसानों की नाराजगी को दूर करना होगा।