भोपाल। मध्यप्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा की तैयारियां कर रहे 10 लाख अभ्यर्थी ठगी का शिकार हो सकते हैं। शिवराज सिंह सरकार परीक्षाओं को टाल सकती है। शायद यह 6 माह बाद हों या फिर 2018 के चुनाव के बाद। खबर आ रही है कि राजस्व विभाग पटवारी भर्ती नियमों में संशोधन कर रहा है। इसके अलावा पटवारियों की पात्रता परीक्षा के बाद उन्हें दी जाने वाली ट्रेनिंग कोर्स में भी बदलाव हो रहा है। ट्रेनिंग मॉड्यूल पुराना हो चुका है, इसमें नई टेक्नोलॉजी को भी जोड़ा जाएगा। साथ ही अब पटवारियों को स्टेट कैडर दिया जाएगा, ताकि प्रदेश में कहीं भी उनका तबादला हो सके। इन नियमों को बदलने के बाद ही भर्ती परीक्षा आयोजित होगी।
नई दुनिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक पटवारियों को स्टेट कैडर देने के नियम का मसौदा तो तैयार है, लेकिन ट्रेनिंग मॉड्यूल बदलने में कुछ समय लग सकता है। इसके बाद विभाग प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए लिखेगा। बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए तीन से चार महीने की मांग करता है। (आप पढ़ रहे हैं भोपाल समाचार डॉट कॉम, मध्यप्रदेश का नंबर 1 न्यूज पोर्टल)
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अभी नियम संशोधन में एक से डेढ़ महीने लग सकता है। भर्ती के बाद सरकार के पास सिर्फ दो हजार पटवारियों को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था है। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार अब इंजीनियरिंग कॉलेज सालभर के लिए किराए पर ले कर ट्रेनिंग दे सकती है। (ताजा खबरों के लिए गूगल पर सर्च करें, BHOPALSAMACHAR.COM)
उधर, माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से संबंधित कम्प्यूटर सेन्टर संचालकों ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर पटवारी परीक्षा में कम्प्यूटर डिप्लोमा मान्य करने की मांग की थी। कम्प्यूटर सेन्टर संचालक संघ के अध्यक्ष आरबी पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हमारी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। (पटवारी भर्ती से जुड़ी हर खबर के लिए पढ़ते रहिए BHOPALSAMACHAR.COM)