नई दिल्ली। एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में 4 शार्पशूटर्स ने भाजपा नेता शिवकुमार यादव को उस समय टारगेट पर ले लिया जब वो अपने स्कूल से घर वापस जा रहे थे। कार में उनके साथ 2 गनर भी थे। शूटर्स अचानक कार के सामने आए और आॅटोमेटिक गनों से फायरिंग खोल दी। हमले में कार डिवाइडर से टकराई और पलट गई। इस बीच कार ने 14 साल की युवती अंजली को टक्कर मार दी। शूटर्स ने कार पलटने के बाद भाजपा नेता के शरीर में फिर से गोलियां मारीं और फरार हो गए। इस मामले में भाजपा नेता, उनके एक गनर और हादसे में घायल हुई युवती की मौत हो गई है। सेक्टर- 71 में लोग डेडबॉडी के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बदमाशों ने करीब 12 से ज्यादा राउंड फायर किए।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा नेता शिवकुमार यादव ग्रेटर नोएडा के हैबतपुर गांव में मां भगवती स्कूल चलाते थे। दोपहर को वह कार से गाजियाबाद के प्रताप विहार स्थित घर लौट रहे थे। कार में उनके साथ दो गनर मौजूद थे। एक गनर कार ड्राइव कर रहा था, दूसरा उसके साथ फ्रंट सीट पर बैठा था। शिवकुमार पिछली सीट पर थे। जैसे ही उनकी कार तिगड़ी गोल चक्कर के पास पहुंची। दो बाइक पर सवार करीब 4 शूटर्स ने उन पर ऑटोमैटिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान ड्राइवर को गोली लगी और कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इसके बाद हमलावरों ने शिवकुमार को दो गोलियां मारीं। वारदात के बाद शिवकुमार और जख्मी गनर्स को फोर्टिस हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां खबर मिलने पर उनके रिश्तेदार और सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता जमा हो गए। एक गार्ड को दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल रेफर किया गया है।
पुरानी रंजिश में बीजेपी नेता की हत्या का शक
पुलिस सूत्रों ने बताया कि, वारदात में पुरानी रंजिश का शक है। 25 साल पहले शिवकुमार के पिता की हत्या हुई थी। इसके बाद से गांव के कुछ लोगों के साथ उनकी रंजिश चल रही थी। 5 साल पहले वह हत्या के एक मामले में जेल भी गए थे। समझौता होने पर दो साल पहले जेल से छूट गए। दूसरी ओर, एसएसपी, गौतमबुद्ध नगर लव कुमार ने कहा कि हमलावरों ने ऑटोमैटिक गन से फायरिंग की है। उनकी संख्या तीन से चार हो सकती है। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। जांच में गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
सांसद महेश शर्मा के लिए किया था प्रचार
बता दें कि शिवकुमार कुछ साल पहले बीजेपी से जुड़े। नोएडा में सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर सांसद और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के लिए प्रचार भी कर चुके हैं। उन्हें शर्मा का करीबी माना जाता था।