किले पर लाश लटकाई, लिखा हम पुतले नहीं जलाते, लटकाते हैं: पद्मावती का विरोध | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' का विरोध अब खूनी हो गया है। भारत के इतिहास में शायद इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। विरोधियों ने राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित नाहरगढ़ के किले पर एक युवक की लाश लटका दी और दीवार पर लिख दिया 'हम पुतले नहीं जलाते, लटकाते हैं।' इसके पास ही एक पत्थर पर लिखा है 'पद्मावती का विरोध'। लाश किसकी है, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। 

करणी सेना ने दी थीं हिंसक धमकियां
बता दें कि फिल्म पद्मावती के रिलीज को लेकर करणी सेना ने हिंसक धमकियां दीं थीं। करणी सेना के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर फिल्म का समर्थन करने वालों को व्यक्तिगत रूप से भी धमकियां दे रहे थे। हालांकि इस मामले में करणी सेना ने बयान दिया है कि इस तरह का विरोध गलत है और करणी सेना का इससे कोई संबंध नहीं है। शव मिलने पर करणी सेना के प्रमुख ने लोकेंद्र कालवी ने कहा, ''जो कुछ हुआ वो बहुत गलत है। लोग जिस तरह आक्रोशित हो रहे हैं जोश में होश खो रहे हैं, उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। हम इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करते। ऐसा विरोध बिल्कुल गलत है। लोकेंद्र कालवी ने कहा, ''ये घटना पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण है। 
पत्थर पर लिखा है चेतन तांत्रिक, आखिर कौन है ये?

नाहरगढ़ किले में जिस युवक का शव लटकता हुआ मिला है उसके पास पत्थर पर तांत्रिक चेतन राघव लिखा हुआ है। मलिक मोहम्मद जायसी के महाकाव्य पदमावत में तांत्रिक चेतन का जिक्र है। तांत्रिक चेतन राघव चित्तौड़गढ़ के राजा रतनसेन के दरबार में हुआ करता था। एक बार उसकी तंत्र विदया से आहत होकर राजा ने उसे दरबार से बाहर कर दिया था और देश निकाला दे दिया था। तांत्रिक ने पूर्णिमा की रात पहले ही तंत्र विद्या से पूर्णिमा का चांद दिखा दिया था। इससे पंडितों के साथ साथ राजा रतनसेन भी नाराज हुए थे जो तंत्र विदया के खिलाफ थे। देश निकाले के बाद तांत्रिक चेतन राघव उलाऊद्दीन खिलजी के दरबार में पहुंचा था।


वहां उसने खिलजी को रानी पदमावती की सुंदरता का बखान किया। जायसी की पदमावत के अनुसार चेतन राघव ने जिस तरह से रानी पदमावती की सुंदरता के बारे में विस्तार से खिलजी को बताया था उसके बाद ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी और उसने चित्तौड़गढ़ के किले पर हमला किया। राजपूत समाज के लोग चेतन तांत्रिक को बहुत बड़ा दोषी मानते हैं। उनके मुताबिक चेतन तांत्रिक की वजह से ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी, और उसन किले पर हमला किया था।

पुलिस के हाथ पांव फूले

किले पर लटकी लाश और पत्थरों पर लिखे संदेश को लेकर पुलिस के हाथ पांच फूल गए हैं। मृत युवक की शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस को डर है कि शिनाख्त होने के बाद हालात गंभीर ना हो जाएं। पुलिस का कहना है कि यह एक षडयंत्र हो सकता है या फिर आत्महत्या भी। फिलहाल पुलिस कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं है। वो बस स्थिति को नियंत्रित करना चाहती है। 

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