छतरपुर। जिले के बिलहरी गांव से 19 नवंबर की रात घर से भागे कपल को पुलिस ने पुलिस की मदद से गाजियाबाद में बरामद कर लिया है। बरामद होने के बाद प्रेमी जोड़े ने पुलिस को आर्य समाज मंदिर से शादी करने के दस्तावेज दिखाए। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को बुधवार दोपहर एसडीएम कोर्ट में पेश कर बयान दर्ज कराए। युवती ने पुलिस से कहा कि आप मेरी तीन बातें साफ-साफ सुन लीजिए- दोनों साथ रहेगे, साथ जियेंगे और साथ मरेंगे। इसके बाद पुलिस ने अपनी कस्टडी में प्रेमी जोड़े को युवक के किसी रिश्तेदार के यहां भेज दिया।
लड़की ने घरवालों की एक नहीं सुनी
इसी बीच एसडीएम कार्यालय से लेकर पुलिस थाना तक लड़की के परिवार के लोग लड़की को छोटे-भाई बहन का हवाला देते रहे, लेकिन उसने परिवार की एक नहीं सुनी। उसने अपने प्रेमी के साथ जाने का फैसला किया। गांव से तीन दिन पहले आरती रैकवार अपने प्रेमी जीतेंद्र सोनी के साथ घर से भाग गए थे। जिसके बाद दोनों परिवार के लोगों ने थाना में आकर एक दूसरे के खिलाफ गायब करने के आवेदन दिए थे। पुलिस ने युवती पक्ष के आवेदन पर गुमशुदगी का मामला कायम किया था, साथ ही युवक पक्ष के आवेदन को जांच में ले लिया था।
पसंद नहीं तो गोली मार दें
एसडीएम कोर्ट मे और मीडिया को दिए बयान में आरती ने कहा कि अब इन्हीं के साथ रहेंगे और इन्हीं के साथ मरेंगे। अगर परिवार वालों को हमारा साथ मंजूर नहीं तो हमें गोली मार दो, लेकिन हम अब तो इन्हीं के साथ रहेंगे। तीन दिन पहले घर से भागे प्रेमी युगल को पुलिस ने गाजियाबाद से बरामद किया।
घरवाले किसी और से शादी कर रहे थे इसलिए भागकर शादी कर ली
युवक जीतेंद्र सोनी और युवती आरती रैकवार ने बताया कि वह दोनों अपनी मर्जी से घर से भागे हैं। जितेंद्र ने बताया कि कुछ दिन बाद आरती की गोदभराई होनी थी, और गोदभराई हो जाने पर भागने से इनकी बदनामी होती इसलिए दोनों ने गोदभराई से पहले भागकर शादी करने का फैसला किया। दोनों 19 नवंबर को भागने के बाद गाजियाबाद में स्थित आर्य समाज मंदिर पहुंचे, वहां दोनों ने अपनी मर्जी से पूरे रीति रिवाज के साथ शादी रचाई।