स्व-सहायता समूह बनाएंगे स्कूली बच्चों के यूनिफार्म | MP NEWS

राजेश पाण्डेय/भोपाल। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने गोविंदपुरा आईटीआई में अपेरल ट्रेनिंग एण्ड डिजाइन सेंटर (एटीडीसी) का लोकार्पण किया। सेंटर में अत्याधुनिक मशीनों से गारमेंट इण्डस्ट्रीज के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सेंटर में स्थापित टेक्सटाइल लैब में इस बात का भी परीक्षण होगा कि किस कपड़े से चर्म रोग हो सकता है। इसके साथ ही कपड़ों के रंगों के अन्य ईकोफ्रेण्डली टेस्ट भी होते हैं।

श्री जोशी ने कहा कि सेंटर में मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन और कौशल्या योजना के प्रशिक्षणार्थियों को भी प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों को सहज भाषा में सिखाएं। श्री जोशी ने कहा कि क्वालिटी में सुधार और कम लागत के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग जरूरी है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि ट्रेनिंग के बाद स्व-सहायता समूह बना लें। अगले वर्ष स्कूल के बच्चों के लगभग 60 से 70 लाख ड्रेस स्व-सहायता समूह के माध्यम से बनवाए जाएंगे। इसमें आपको बेहतर रोजगार मिल सकता है। उन्होंने बताय कि मुद्रा बैंक योजना में 50 हजार रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के मिलता है। इस योजना का लाभ लेकर स्व-रोजगार शुरू कर सकते हैं। श्री जोशी ने प्रशिक्षणार्थियों से चर्चा कर उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।

7 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार
एटीडीसी की विभिन्न शाखाओं में लगभग 10 हजार युवाओं को रेडीमेड कपड़े से संबंधित प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। इनमें से लगभग 7 हजार युवाओं को विभिन्न रेडीमेड कपड़ा कम्पनियों में रोजगार मिलेगा। शेष स्व-रोजगार के माध्यम से दूसरों को भी रोजगार देंगे।

एटीडीसी में बैचलर डिग्री कोर्स तीन वर्ष, डिप्लोमा कोर्स एक वर्ष और सर्टिफिकेट कोर्स 6 माह का होगा। इनमें अपेरल मेन्युफेक्चरिंग टेक्नालॉजी, फैशन डिजाइन, अपेरल पेटर्न मेकिंग, क्वालिटी कंट्रोल और मशीन एम्ब्रायडरी ऑपरेटर कोर्स करवाए जाएंगे।

कार्यक्रम में एटीडीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री हरि कपूर, उपाध्यक्ष श्री जी.एस. मदान और सीईओ डॉ. डारली कोसी ने एटीडीसी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।

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